इटावा। हाथी घोडा़ पालकी जय कन्हैया लाल की “जय राधा माधव जय कुंजबिहारी”भजन संगीत के साथ कर्वाखेड़ा स्थित ज्ञानस्थली विद्यालय में जन्माष्टमी को बड़े ही हर्ष के साथ मनाया गया।विद्यालय की प्रात:वंदना के बाद विद्यालय समिति के उपाध्यक्ष(वाइस चेयरमैन)विनीत यादव,विद्यालय के प्रधानाचार्य अंशुल तिवारी तथा विद्यालय प्रबंधन प्रमुख श्रीशिवमंगल ने किंडरगार्टन सेक्शन में कन्हैया के बाल स्वरूप धारण किये नन्हें-नन्हें बाल कलाकारों द्वारा झांकियों के माध्यम से कन्हैया जी के दर्शन किए।उपाध्यक्ष श्री यादव ने जन्माष्टमी के बारे में बताया कि जन्माष्टमी,भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व है,जो भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।यह त्योहार पूरे भारतवर्ष में बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
इस दिन,भक्त भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं,व्रत रखते हैं और मंदिरों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।यह त्योहार भगवान विष्णु के आठवें अवतार,श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है।जन्माष्टमी का त्योहार, प्रेम, करुणा,और न्याय का संदेश देता है।भगवान कृष्ण ने अपने जीवन में अनेक लीलाएं कीं,जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालती हैं। उन्होंने अर्जुन को भगवद्गीता का उपदेश दिया,जिससे हमें कर्म और धर्म का ज्ञान प्राप्त होता है।कार्यक्रम के अंत में दधि,छाछ के साथ मिष्टान्न व फल वितरण हुआ।कार्यक्रम को सफल बनाने में किंडरगार्टन प्रमुख मौनी मैम व सहयोगी अध्यापिकाओं का विशेष योगदान रहा।कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधन के मुख्य सदस्य शिवमंगल सर तथा खेल विभाग प्रमुख वासिफ खान सर तथा वित्त विभाग प्रमुख नीरज त्रिपाठी सर व विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक गण मौजूद थे।