Thursday, August 21, 2025
spot_img
HomeEducationEssay on Independence Day 2025: स्वतंत्रता दिवस पर 500 शब्दों में निबंध

Essay on Independence Day 2025: स्वतंत्रता दिवस पर 500 शब्दों में निबंध

हमारा देश इस बार 79वां स्वतंत्रता दिवस और इसकी 78वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दिन स्कूल कॉलेजों में गीत-संगीत भाषण प्रतियोगिता के साथ ही निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है। अगर आप भी इसमें भाग लेना चाहते हैं तो आप इस पेज से 500 शब्दों में बेहतरीन निबंध तैयार कर सकते हैं।

प्रस्तावना- हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त को पूरे देश में बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया जाता है। यह धर्म और जाति से परे एक राष्ट्रीय त्योहार है जिसे छोटे-बड़े एक साथ मिलकर सेलिब्रेट करते हैं। इस दिन को हमारे देश के इतिहास में एक अमर और अविस्मरणीय दिन माना जाता है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 को हमें अंग्रेजों की 200 साल की गुलामी से आजादी प्राप्त हुई।

इस वर्ष हमारा देश 79वां स्वतंत्रता दिवस व 78वीं Independence Day की वर्षगांठ मना रहा है। इस दिन को पाने के लिए जानें कितने ही क्रांतिकारियों और देशभक्तों ने अपने प्राणों को न्योछाबर किया। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाषचंद्र बोस, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे वीरों ने अद्वितीय बलिदान दिया। इसके अलावा महात्मा गांधी के नेतृत्व में सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर हमारा देश ने स्वतंत्रता का स्वाद चखा।

प्रधानमंत्री प्रति वर्ष लाल किला से फहराते हैं तिरंगा

स्वतंत्रता दिवस का आयोजन पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ किया जाता है। देश की राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री लाल किले पर प्रतिवर्ष तिरंगा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और सरकारी संस्थानों में भी ध्वजारोहण, सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति गीतों की गूंज सुनाई देती है। यह दिन केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान को याद करने का दिन है।

स्वतंत्रता का अर्थ

स्वतंत्रता का असली अर्थ केवल गुलामी से मुक्ति नहीं, बल्कि अपने विचारों, अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग होना है। इस दिन हमें ना सिर्फ अपनी आज़ादी का जश्न मनाना चाहिए, बल्कि यह भी संकल्प लेना चाहिए कि हम देश के विकास, एकता और भाईचारे को बनाए रखने में अपना योगदान देंगे।

आजादी मिलने के बाद भी हमारी चुनौतियां अभी भी खत्म नहीं हुईं हैं। हमारे देश में गरीबी, अशिक्षा, भ्रष्टाचार, और असमानता जैसी समस्याएं अब भी बरकरार हैं। इसलिए हमें नए भारत के निर्माण के लिए ईमानदारी से अपना योगदान देने की जरूरत है ताकी देश एक बार फिर से विश्व पटल पर सोने की चिड़िया के रूप में जाना जाये।

शहीदों का सपना था प्यारा,

स्वतंत्र, सुखी हो देश हमारा।

आओ मिलकर कसम ये खाएं,

भारत को सबसे ऊंचा बनाएं।

निष्कर्ष

स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपनी आजादी के लिए सदैव आभारी रहना चाहिए। यह केवल एक तारीख नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। हम सबका कर्तव्य है कि हम भारत को विश्व में गौरवपूर्ण स्थान दिलाएं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाएं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular