Tuesday, August 5, 2025
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एम्स गोरखपुर ने जिले की महिला चिकित्सा अधिकारियों का किया क्षमता संवर्धन

कैंसर, बीपी और मधुमेह के रोगियों के सटीक प्रबंधन के बारे में दी गई जानकारी

गोरखपुर । जिले की महिला चिकित्सा अधिकारियों का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर ने पांच अलग-अलग बीमारियों की सटीक पहचान और उचित प्रबंधन के बारे में क्षमता संवर्धन किया है। इन बीमारियों में सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ओरल कैंसर, बीपी और शुगर शामिल हैं। ये चिकित्सा अधिकारी अब अपने चिकित्सा इकाइयों पर स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं का आवश्यकतानुसार स्क्रिनिंग करेंगे और इन बीमारियों के मरीजों को ढूंढने के लिए प्रयास करेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने दो दिनों में हुए दो अलग-अलग बैच के प्रशिक्षण में सहयोग के लिए एम्स गोरखपुर के विषय विशेषज्ञों को शुक्रवार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इससे पहले, तीस जुलाई को एम्स गोरखपुर के विषय विशेषज्ञों की मदद से ही जिले की सभी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों का कैंसर के मुद्दे पर अभिमुखीकरण किया गया।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि कैंसर की समय से पहचान न होने से मरीज जटिलताओं के साथ अस्पताल पहुंचते हैं। देरी हो जाने से मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता है। इसी उद्देश्य से जिले की सभी महिला चिकित्सा अधिकारियों का क्षमता संवर्धन किया गया है ताकि वह समय से ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ओरल कैंसर की पहचान कर उच्च इकाई को संदर्भित कर सकें। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं की दक्षता बढ़ा कर समुदाय स्तर से इन मरीजों की पहचान भी कर सकें। स्त्री और प्रसूति रोग विशेषज्ञों को सिर्फ कैंसर के बारे में अभिमुखीकरण कर हैंड्स ऑन क्षमता संवर्धन भी किया गया, जबकि अन्य महिला चिकित्सा अधिकारियों को मधुमेह और शुगर स्क्रिनिंग तथा प्रबंधन के बारे में विशेष तौर से जानकारी दी गई। इस आयोजन में स्वयंसेवी संस्था जपाइगो के प्रतिनिधियों ने मदद की।

डॉ झा ने बताया कि एम्स गोरखपुर से डॉ आनंद मोहन दीक्षित, डॉ शिखा सेठ, डॉ रुचिका अग्रवाल, डॉ बृजेश, डॉ आराधना और डॉ श्रीनिवास ने चिकित्सा अधिकारियों का क्षमता संवर्धन किया। श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य और एम्स दिल्ली के पूर्व सर्जन डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने ब्रेस्ट कैंसर के बारे में अभिमुखीकरण किया। जपाइगो संस्था से डॉ अनुपमा राव ने भी क्षमता संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आयोजन में एम्स गोरखपुर के अलावा हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल से डॉ मुस्तफा खान का सहयोग रहा । सीएमओ ने कहा कि प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन के बाद जमीनी स्तर पर जनजागरूकता और बीमारियों की स्क्रिनिंग के प्रयास शुरू होंगे।

एम्स की कार्यकारी निदेशक के सहयोग से हुआ संभव

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि जिले के चिकित्सा अधिकारियों के क्षमता संवर्धन में एम्स गोरखपुर की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ विभा दत्ता का विशेष सहयोग रहा है। उनकी मदद से चिकित्सा अधिकारियों के कई अन्य प्रशिक्षण भी स्वास्थ्य विभाग प्लान कर रहा है।

सीएचसी का किया निरीक्षण

सीएमओ ने शुक्रवार को पिपराइच सीएचसी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने ओपीडी, पैथालॉजी, फार्मेसी सहित विभिन्न विभागों का मुआयना किया। साथ ही प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के संचालन को भी देखा। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण सेवा संचालन का निर्देश दिया।

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