हजपुरा,अम्बेडकरनगर। अलीगंज थाना क्षेत्र के मखदूम सराय निवासी डॉ प्रदीप कुमार पुत्र श्री रघुनाथ प्रसाद वर्मा जो कि एक राष्ट्रीय स्तर के सेवा निवृत्त वैज्ञानिक एवं समाज सेवी हैँ।
श्री वर्मा ने अपने पट्टीदार सुनील वर्मा व संतोष वर्मा पुत्र गण संतराम वर्मा पर जल प्रदूषण का आरोप लगाते हुए जिले स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के अधिकारियों को शिकायती पत्र के माध्यम से करीब 4 माह पूर्व दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनके तथा उनके पट्टीदारों के बीच लगभग 45 वर्ष पूर्व वर्ष 1980 में जमीन का बंटवारा हो चुका है। लेकिन उनके पट्टीदार लोग उक्त बंटवारे को एक स्थानीय नेता के सह पर अब नहीं मान रहे हैं। बताया गया कि उनके पाटीदारों ने घर के बगल स्थित कुएं पर 2007 से जबरन अपना कब्जा जमा लिया है।
उसपर सीमेंट का स्लेप डाल कर वहाँ अपने उठने बैठने का स्थान बना लिया है। उक्त कुएं मे अपने कपड़े धोने, मल-मूत्र उत्सर्जन व अन्य विषाक्त अपशिष्टों को कुएं में डंप कर उसे सोक पिट के रूप मे इस्तेमाल कर भूमिगत जल स्तर को काफी गंभीरता से प्रदूषित कर रहे हैं। उक्त लोगों ने कुएं के पास एक सरकारी हैंडपंप भी लगाया है,जिसका उपयोग हर तरह की गंदगी धोने के लिए किया जा रहा है।और वह गंदगी सीधे कुएं में जाकर जलस्तर को प्रदूषित कर रहा है। उक्त लोगों के दबंगई,जबरन एवं द्वेषपूर्ण रवैये से स्वास्थ्य संबंधी व जल प्रदूषण का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
हिन्दू परम्परा के अनुसार कुएँ को अत्यन्त पवित्र एवं पुज्य माना जाता है उसमें थूकने या कोई भी गंदगी डालने को घोर पाप कहा जाता है। बताया गया कि उन लोगों को कई बार बताने व समझाने के बाद भी उन पर किसी भी अनुरोध या सलाह पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
एक तरफ सरकार भूमिगत जल स्तर को साफ करने और सभी को स्वच्छ पेयजल प्रदान करने के लिए अपना पूरा प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों द्वारा सरकार के इस प्रयास की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उक्त लोगों द्वारा किया जा रहा है यह कृत मानवता के खिलाफ आईपीसी की धारा 277, 268, 269 व 270 के तहत घोर अपराध है। बताया गया कि विगत 7 अप्रैल 2025 को कुछ कहा सुनी भी हो गई थी। इसमें सुनील वर्मा ने उनके छोटे भाई अरुण कुमार वर्मा को मारा पीटा जिसके संबंध में अलीगंज थाने में तहरीर दी गई थी, लेकिन थाने से मामला 151 में दर्ज कर कार्यवाही से इतिश्री कर ली गई थी।
क्योंकि सुनील वर्मा आदि को एक कथित नेता (जिनका नाम अभी सार्वजानिक नहीं कर रहे हैँ लेकिन उचित समय पर सक्षम अधिकारियों एवं पदाधिकारियों के समक्ष भ्रष्टाचार का साथ एव संरक्षण देने के लिए उजागर किया जाएगा) परिणाम स्वरूप जल प्रदूषण करने पर भी उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
श्री वर्मा ने बताया कि जो अधिकारी आते हैं, वे वही करते हैं, जिस पर उक्त नेता दबाव बनाता है। ग्राम पंचायत सचिव व अन्य अधिकारी, उक्त कथित नेता के दबाव में सही रिपोर्ट लगाने से कतरा रहे हैं।बताया गया कि उक्त नेता का संरक्षण मिलने से सुनील वर्मा एवं उसका परिवार गाँव में दबंग और नेता बन कर अनेक अनैतिक कार्य करते हुए लोगों को आए दिन गाली गलौज,धमकियां देते हुए परेशान करते रहते हैं। 4 माह बीत जाने के बाद भी उसके ऊपर कोई कार्रवाई न होने से दिन प्रतिदिन जल प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है और जल स्तर भी दिन प्रतिदिन जहरीला होता जा रहा है।
श्री वर्मा ने BDO, CDO, एवं जिलाधिकारी महोदय को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए जांचोंपरांत सुनील वर्मा आदि के विरुद्ध जल प्रदूषण नियंत्रण और रोकथाम के लिए कठोर कार्रवाई की मांग की है। ताकि जहरीला पानी पीने से तथा भविष्य में महामारी से गाँव के लोग बच सकें और भविष्य में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कोई खतरा उत्पन्न न हो।