राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की कक्षा आठवीं की वोकेशनल एजुकेशन एक्टिविटी किताब छात्रों को कुछ व्यावहारिक परियोजनाओं से अवगत कराती है। इस किताब के जरिये छात्र न केवल भारतीय संस्कृति से परितिच होंगे बल्कि उन्हें व्यावहारिक व तकनीकी कौशलों से भी परितिच किया जाएगा। यहां देखें पूरी जानकारी।
राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की कक्षा आठवीं की वोकेशनल एजुकेशन एक्टिविटी किताब छात्रों को कुछ व्यावहारिक परियोजनाओं से अवगत कराती है। इस किताब का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पर्यावरण के साथ-साथ भारत की विभिन्न संस्कृति से अवगत कराना है, ताकि वह पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण और भारत की संस्कृति को समझने का कौशल प्राप्त कर सकें। कक्षा आठवीं की यह किताब छात्रों को बढ़ईगीरी कौशल सीखाने से लेकर, हाइड्रोपोनिक्स का निर्माण करने, घरेलू स्वचालन सर्किट डिजाइन बनाने और जानवरों की देखभाल करने जैसे कौशलों से आपको विकसित करती है। छात्रों के लिए महज यह एक किताब नहीं हैं, बल्कि इस किताब के माध्यम से वह अपने छात्र जीवन में विभिन्न कौशलों को सीख सकते हैं।
कौशल मेला
कक्षा आठवीं की वोकेशनल एजुकेशन एक्टिविटी की यह किताब न केवल छात्रों को व्यावहारिक परियोजनाओं से अवगत कराती है, बल्कि स्कूल द्वारा छात्रों के लिए कौशल मेला का आयोजन करने के संदर्भ में लाभों से भी अवगत कराती है। कौशल मेला के माध्यम से छात्र स्वयं द्वारा बनाए गए उत्पादों का प्रदर्शन कर सकते हैं, जहां उन्हें अपने अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करने और कौशल व रचनात्मकता को विकसित करने के लिए अपने शिक्षकों व अन्य साथियों से सीखने का अवसर मिलेगा।
छात्रों के लिए
वोकेशनल एजुकेशन एक्टिविटी की यह किताब छात्रों को कौशल के साथ-साथ लैंगिक संवेदनशीलता, तकनीकी कौशल और जीवन कौशल विकसित करने में भी मदद करेगी। यह किताब न केवल छात्रों को मिट्टी रहित खेती करने के बारे में सिखाएगी, बल्कि इस किताब के माध्यम से छात्र कृषि तकनीकों के बारे में सीखने में भी सक्षम होंगे।
बढ़ईगीरी और इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटरनेट
यह किताब छात्रों को बढ़ईगीरी का कौशल सीखाने के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटरनेट की बुनियादी समझ विकसित करने में भी मदद करेगी। यह किताब छात्रों को सेंसर-आधारित लाइट और मोशन डिटेक्टर डिजाइन के बारे में परिचित करेगी। साथ ही जिन छात्रों को पोस्टर, जिंगल और रील डिजाइन में रुचि है, उन्हें मीडिया साक्षरता विकसित करने में मदद करेगी।