सुल्तानपुर। ग्यारह मोहर्रम को सुबह हुसैनिया नौतामीर अमहट में एक मजलिस हुई।जिसको मौलाना सिब्तैन अब्बास रिजवी कुम ईरान ने पढ़ी। उन्होंने पढ़ा कि 10मोहर्रम को कर्बला के मैदान में हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के साथ साथ उनके 71साथियों की शहादत के बाद यजीदी फौज ने सारे शहीदों की लाशो पर घोड़े दौड़ाये।
हुसैन के खैमो को जलाकर सारे सामान को लूट लिया। हुसैन के घर वाले रात भर अंधेरे में जले हुए खैमो की राख पर बैठे रहे।आज के दिन ग्यारह मोहर्रम को हुसैन के घर वालों को जिसमें हुसैन के बेटे हजरत इमाम जैनुल आबदीन अलै.को हथकड़ी बेड़ी में जकड़ कर करबला से कूफा फिर सीरिया की जेल में एक साल के लिए कैद कर दिया गया। सारे शहीदों की लाशें करबला में पड़ी रहीं। यह जानकारी हैदर अब्बास खान अध्यक्ष हुसैनी शिया वेलफेयर एसोसिएशन सुलतानपुर ने दी है।