Friday, October 3, 2025
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जल कथा जल के प्रति जन जागरण हेतु एक अनोखा प्रयास

ललितपुर। जल साक्षरता बढ़ाने और समुदाय की भागीदारी को प्रेरित करने के उद्देश्य से जल सहेली फाउंडेशन के द्वारा एक विशेष पहल जल कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह पारंपरिक कहानी कहने की शैली में जल संरक्षण पर केंद्रित कार्यक्रम है जिसका आयोजन तालबेहट में स्थित मानसरोवर झील के किनारे किया जा रहा है। यह झील लगभग 600 एकड़ में फैली हुई है और हजारिया महादेव मंदिर के पास स्थित है। जल यात्रा के दौरान इस झील को चिन्हित किया गया और इसके पुनर्जीवन का संकल्प लिया गया है। इस पुण्य आयोजन की प्रेरणा हैं बुंदेलखंड की जल सहेलियां, जो केवल समाज सेविका नहींए बल्कि जल धर्म की वाहिका है। उनकी तपस्या और संकल्प ने इस कथा को जन्म दिया।

जल कथा के दौरान श्रमदान कथा के दौरान सबसे पहले जल सहेलियों समुदाय और स्थानीय लोगों के द्वारा श्रमदान किया जायेगा। यह श्रमदान हजारिया महादेव मंदिर के समीप स्थित मानसरोवर झील में किया जायेगा। मानसरोवर झीलए तालबेहट की एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है। जिसका जल कभी इतना शुद्ध और मीठा था कि स्थानीय लोग इसे पीने में भी प्रयोग करते थे। समय के साथ झील में पूजा.पाठ की सामग्री और कचरा डाले जाने से इसका पानी प्रदूषित होने लगा हैए जिससे न केवल इसकी सुंदरता और उपयोगिता प्रभावित हुई हैए बल्कि यह पर्यावरणीय दृष्टि से भी चिंता का विषय बन गई है। जल कथा के आयोजन के दौरान, पर्यावरण को स्वच्छ व संरक्षित करने के उद्देश्य से सामूहिक श्रमदान किया जाएगा। यह श्रमदान झील की सफाई का माध्यम बनेगा इसके साथ ही समुदाय को जल संरक्षण और सार्वजनिक भागीदारी का संदेश भी देगा। श्रमदान के माध्यम से हम लोगों को बताना चाहते हैं कि जब समाज साथ आता हैए तो बदलाव संभव है।

यह प्रयास झील के जल को फिर से उपयोग योग्य बनाने उसकी जैव विविधता को सुरक्षित करने और आने वाली पीढय़िों के लिए एक स्वच्छ पर्यावरण छोडऩे की दिशा में एक ठोस कदम होगा। वरुण यज्ञ. जल कथा के दौरान प्रतिदिन प्रात:काल वरुण यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस यज्ञ का उद्देश्य पर्यावरण के साथ साथ जल तत्व की शुद्धता संरक्षण और प्रकृति के प्रति हमारी आध्यात्मिक जिम्मेदारी को पुनस्मरण कराना है। जल को हिन्दू परंपरा में देवता के रूप में पूजा गया है और वरुण देव को जल के अधिपति माने जाते हैं। इस पवित्र यज्ञ का संचालन यज्ञाचार्य परम पूज्य पं.अक्षय दुबे द्वारा किया जाएगा। यज्ञ के माध्यम से न केवल मानसरोवर झील के जल को आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करने का प्रयास किया जाएगाए बल्कि समाज में जल के महत्व को लेकर जागरूकता भी फैलाई जाएगी। पत्रकारवार्ता के दौरान जल सहेली फाण्डेशन के संस्थापक डा.संजय सिंह, नगर पंचायत तालबेहट अध्यक्ष पुनीत सिंह परिहार, देवेन्द्र लिटौरिया, अरविन्द कुमार, सुमित, मानवेन्द्र सिंह, परमार्थ समाजसेवी सिद्धगोपाल सिंह व साई ज्योति से रमन शर्मा मौजूद रहे।

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