लिंग परीक्षण वाले सेंटर का नाम बताने वाले को तीन लाख प्रोत्साहन राशि
शाहजहांपुर // सरकार कन्या भ्रूण हत्या को लेकर प्रचार प्रसार और प्रोत्साहन राज के रूप में एक बड़ा बजट खर्च कर रही है स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है इसी इसी क्रम में सोमवार को जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाहजहांपुर विष्णु कुमार शर्मा के निर्देशानुसार कन्या भ्रूण हत्या के विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन ‘‘सभागार मुख्य चिकित्सा अधिकारी , शाहजहांपुर कार्यालय सभागार में आयोजित किया गया। शिविर की अध्यक्षता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पी.पी. श्रीवास्तव ने की श्रीवास्तव द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर चर्चा करते हुए बताया गया कि गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग परीक्षण करवाना कानूनन अपराध है की विस्तृत जानकारी दी एवं कन्या भ्रूण को रोकने की सहभागिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कोई भी यदि जहा भी कन्या भ्रूण की जांच से सम्बंधित अल्ट्रासाउंड होते है उस सेंटर की जानकारी देगा उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और विभाग द्वारा तीन लाख की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी I डिप्टी सी०एम०ओ० करन सिंह द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसके कारण लिंग अनुपात में अंतर आ रहा है जिसके लिए महिलाओं को जागरूक होने की आवश्यकता है
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से पैरा विधिक स्वयं सेवक अनिल कुमार वर्मा द्वारा ने कहा कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में पाये जाने वाले दोषी को आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है तथा इस प्रकार के अपराध में जमानत भी आसानी से नहीं होती है
दुकानों में चल रहे अवैध प्रसव केंद्रों को स्वास्थ्य विभाग दे रहा बढ़ावा
एक तरफ स्वास्थ्य विभाग कन्या भ्रूण हत्या को लेकर लोगों को जागरुक कर रहा है वहीं दूसरी तरफ गांव-गांव दुकानों में चल रहे प्रसव केंद्रों को क्षेत्रीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी संरक्षण और बढ़ावा दे रहे हैं इसी का फायदा उठाकर चोरी चुपके अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लिंग परीक्षण करा कर लोग इन्हीं अवैध प्रसव केंद्रों पर गर्भपात करा देते हैं जिसकी स्वास्थ्य विभाग को भनक भी नहीं लगती भावल खेड़ा ब्लॉक क्षेत्र के बरतारा में दुकान के अंदर अवैध रूप से चल रहे लाइफ केयर प्रसव केंद्र पर 17 मई को गर्भपात के दौरान महिला की मौत हो गई स्वास्थ्य विभाग में झोलाछाप नोडल अधिकारी राजीव कुमार भारती ने जांच पड़ताल की और सांठ-गांठ के चलते नोटिस में प्रसव केंद्र का जिक्र तक नहीं किया आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और यह अवैध प्रसव केंद्र फिर धड़ल्ले से चलने लगा है आखिर भ्रूण हत्या पर कैसे रोक लगेगी