दांतों की कैविटी से हैं परेशान, तो आजमाएं दादी-नानी के 5 घरेलू नुस्खे; चमक उठेगी बत्तीसी

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क्या आप भी दांतों में होने वाली कैविटी से जूझ रहे हैं? अगर हां तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। बता दें ओरल हेल्थ का ख्याल रखने के लिए सिर्फ ब्रश करना ही काफी नहीं है। जी हां छोटी-सी लापरवाही भी कैविटी की वजह बन सकती है। ये छोटे-छोटे छेद न सिर्फ दांतों की सेंसिटिविटी को बढ़ा देते हैं बल्कि धीरे-धीरे इन्हें अंदर से खोखला भी कर देते हैं।

हमारे बड़े-बुजुर्गों के पास हर समस्या का समाधान होता था और दांतों की कैविटी के लिए भी उनके पास कुछ अचूक घरेलू नुस्खे थे। जी हां, ये नुस्खे न सिर्फ असरदार हैं, बल्कि इन्हें आजमाना भी बेहद आसान है। आइए जानते हैं ऐसे 5 दादी-नानी के बेमिसाल नुस्खे (Home Remedies For Tooth Cavities) जो आपकी बत्तीसी को फिर से चमका देंगे और कैविटी की समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित होंगे।

लौंग का इस्तेमाल

दांतों के दर्द और कैविटी से छुटकारा दिलाने के लिए लौंग एक सदियों पुराना उपाय है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो दर्द को कम करने और कीटाणुओं को मारने में मदद करते हैं। ऐसे में, जिस दांत में कैविटी है, उसके पास एक लौंग को धीरे-धीरे चबाएं या उस जगह पर लौंग का तेल लगाएं। आप चाहें तो 2-3 लौंग को पीसकर थोड़े से जैतून के तेल के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे कैविटी वाली जगह पर लगाएं।

हल्दी और सरसों का तेल

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं, जबकि सरसों का तेल दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इन दोनों का मिश्रण कैविटी के साथ-साथ मसूड़ों की समस्याओं में भी फायदेमंद है। इसके लिए आधा चम्मच हल्दी पाउडर में कुछ बूंदें सरसों का तेल और चुटकी भर नमक मिलाकर पेस्ट बना लें और फिर इसे अपने दांतों और मसूड़ों पर धीरे-धीरे मसाज करें। इसे 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर कुल्ला कर लें।

नमक का पानी ओरल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह एक नेचुरल कीटाणुनाशक के रूप में काम करता है और मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालकर अच्छे से मिलाएं। इस पानी से दिन में 2-3 बार कुल्ला करें। बता दें, यह कैविटी के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में भी मदद करेगा।

लहसुन करेगा कमाल

लहसुन में एलिसिन नामक एंजाइम होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह दांतों में कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए लहसुन की एक कली को पीसकर थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को कैविटी वाली जगह पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें और फिर कुल्ला कर लें।

नीम की दातुन

नीम का पेड़ अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। नीम की दातुन का इस्तेमाल सदियों से दांतों को साफ करने और मजबूत बनाने के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कैविटी को रोकने में मदद करते हैं। ऐसे में, आप नीम की एक ताजी टहनी लें और उसके एक सिरे को चबाकर ब्रश जैसा बना लें। इससे अपने दांतों को धीरे-धीरे ब्रश करें। यह न सिर्फ कैविटी से बचाएगा, बल्कि मसूड़ों को भी हेल्दी रखेगा।

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