दुकान पर चल रहे अवैध प्रसव केंद्र पर गर्भपात के दौरान महिला की मौत
शाहजहांपुर -जनपद में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते अवैध रूप से संचालित प्रसव सब केंद्र और अस्पतालों में आए दिन लोगों की जान जा रही है और स्वास्थ्य विभाग के झोलाछाप डॉक्टरों के लिए बनाए गए नोडल जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे हैं लोगों में चर्चा है कि जिन्हें झोलाछाप डॉक्टरों और अस्पतालों को चेक करने के लिए लगाया गया है वह अपनी जेब गर्म करने में जुटे हुए हैं , एक सप्ताह पूर्व समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर में जिस लाइफ केयर सेंटर प्रसव केंद्र का जिक्र किया गया था उस प्रसव केंद्र पर शनिवार को अलका और रेनू नाम की दो नर्सों ने एक महिला की जान ले ली पूरा मामला थाना रोजा क्षेत्र के बरतारा गांव का है जहां अलका और रेनू नाम की नर्स अवैध रूप से एक दुकान में प्रसव केंद्र चला रही थी जहां 17 मई को जहांनपुर निवासी सुशीला देवी अपनी पुत्री शालिनी को दिखाने गई थी जो गर्भवती थी सुशीला देवी की मांने तो नर्स ने उन्हें इतना घबरा दिया और कहा कि आपकी बेटी कमजोर है सफाई करा दो वरना आपकी बेटी नहीं बचेगी और सुशीला देवी से 3000 जमा करा कर उनकी बेटी का गर्भपात करा दिया इस दौरान सुशीला देवी जब तक समझ पाती तब तक बेटी बेहोश हो गई और दोनों नर्स दुकान छोड़कर भाग गई घबराई सुशीला देवी ने इस घटना का जिक्र अपने घर पर नहीं किया और अपनी बेटी को लेकर इधर-उधर दिखाने लगी, इलाज के दौरान सुशीला देवी की बेटी ने 18 मई को दम तोड़ दिया और बेबस सुशीला देवी ने अपने घर पर गर्भपात का जिक्र नहीं किया बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया और जब सुशीला देवी दहाड़ दहाड़ कर अपनी अकेली बेटी के दुख को जाहिर कर रही थी तो उनके मुख से हकीकत निकल गई और इसके बाद परिवार वालों ने थाने पर प्रार्थना पत्र देते हुए नर्स पर कार्रवाई की मांग की है उधर 18 मई को ही इस घटना की जानकारी होने के बाद दोनों नर्स दुकान में ताला डालकर भाग गई हैं और दुकान के बाहर जो लाइफ केयर प्रसव केंद्र लिखा था उसे रात में ही चूने से पुतवा दिया ताकि पहचान मिटाई जा सके फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह प्रसव केंद्र सीएचसी प्रभारी भावल खेड़ा की जानकारी में जमुका अड्डे पर संचालित एक क्लीनिक का तथाकथित डॉक्टर संचालन कर रहा था इस संबंध में एक सप्ताह पूर्व खबर भी लगी थी लेकिन नोडल अधिकारी बनाए गए सीएचसी प्रभारी राजीव कुमार भारती ने उस खबर का संज्ञान नहीं लिया इस प्रसव केंद्र पर कोई कार्रवाई नहीं की और इस लापरवाही के चलते एक महिला की जान चली गई अगर समय रहते कार्रवाई की गई होती तो इस महिला की शायद जान बच जाती