भूपेश बघेल ने मोदी सरकार से पूछा है कि ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोक दिया गया। उन्होंने पाकिस्तान के साथ सीजफायर की शर्तों को सार्वजनिक करने की मांग की। बघेल ने सरकार से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या अमेरिका के दबाव में कश्मीर पर देश की नीति बदल दी गई है। उन्होंने पूछा कि पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़े बिना ऑपरेशन को सफल कैसे घोषित किया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के फैसले के बाद राजनीति भी अचानक से गरमा गई है। विपक्ष दलों की ओर से सरकार से पूरे ऑपरेशन को लेकर तरह-तरह के सवाल किए जा रहे है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के पोस्ट का हवाला देते हुए पूछा कि क्या अमेरिका के दबाव में कश्मीर पर देश की नीति बदल दी गई है?
ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोक दिया गया: भूपेश बघेल
इसके साथ ही उन्होंने सरकार से पाकिस्तान के साथ हुए सीजफायर की शर्तों को भी सार्वजनिक करने की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बघेल ने सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा में यह सवाल उठाए। और कहा कि पहलगाम के जिस आतंकी हमले के बाद सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर का ऐलान किया था, जिसमें 26 बेगुनाहों की जान गई थी, क्या इस घटना को अंजाम देने वाले सभी आतंकवादियों को पकड़ लिया गया। यह नहीं हुआ तो फिर ऑपरेशन सफल कैसे हुआ। इसे क्यों रोक दिया गया।
सरकार को इस मुद्दे पर संसद सत्र बुलाकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही कांग्रेस पार्टी ने साफ कर दिया था कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ खड़ी है। इस बीच हमारी सेनाओं ने वीरता से पाकिस्तान को जवाब दिया। वहां चल रहे आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। जब हमारी सेना लगातार दुश्मन देश को धूल चटा रही थी, तो अचानक से सीजफायर का ऐलान कर दिया गया। सीजफायर पर सहमति के बाद भी पाकिस्तान ने हम पर ड्रोन से हमला किया। सेना को इस पर करारा जवाब देने की छूट देनी थी, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया।