आगरा। भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर आगरा स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड पर है। आगरा की स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्थाओं को सीएमओ ने परखा है साथ ही जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। भारत पाकिस्तान तनाव को देखते हुए स्वास्थ्य कर्मी कितने तैयार हैं और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहां अस्थाई अस्पताल बनाए गए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की दवाइयां की कितनी उपलब्धता हैं, एलबुलेंस सेवा को तैनात किया गया है। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
भारत पाकिस्तान तनाव को देखते हुए आगरा में स्वास्थ्य सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। संभावित आपात स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। सीएमओ आगरा डॉ अरुण श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि पूरे अर्बन एरिया को 10 सेक्टरों में बांट दिया गया है और प्रत्येक सेक्टर में एक रैपिड रिस्पॉंस टीम तैनात की गई है जो आपातस्थिति से निपटने को तैयारी रहेगी। हर टीम में दो डॉक्टर और चार पैरामेडिकल स्टाफ शामिल होंगे। जिला स्तर पर भी तीन विशेष टीमों का गठन किया गया है, जिनमें डॉक्टर जैसे एनेस्थेसिस्ट और ऑर्थोपेडिक सर्जन के साथ दो पैरामेडिकल स्टाफ भी शामिल होगा।
आगरा सीएमओ डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जरूरी दवाओं और इंजेक्शनों का पर्याप्त स्टॉक हमारे पास मौजूद है, 20 मेडिकल किट भी तैयार की गई हैं, जिनमें से 10 किट रैपिड रिस्पोंस टीम के पास और 10 कंट्रोल रूम में रहेंगी। स्वास्थ्य विभाग का कंट्रोल रूम सीएमओ आवास पर स्थापित किया जाएगा. सभी स्टाफ नर्सों को अलर्ट पर रखा गया है और सीएचओ से ब्लॉक स्तर पर 10-10 लोगों की टीम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। आपात स्थिति से निपटने के लिए 108 नंबर की 42, ALS की 4 और 102 नंबर की 36 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। इसके साथ ही 20 मोटरसाइकिल भी तैयार की गई हैं जो तत्काल स्थिति के अनुसार मौके पर पहुंच सकेंगी। एक से तीन किलोमीटर के क्षेत्र में 30 प्राइवेट अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जिनमें 10-10 बेड, एक ऑपरेशन थिएटर और दो वेंटिलेटर बेड तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं, इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर अस्थायी अस्पताल बनाने की भी पूरी तैयारी की गई है।