सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जन सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब में पाकिस्तान से लगी तीनों सीमा चौकियों- अटारी-वाघा हुसैनवाला और सादकी पर बीटिंग रिट्रीट समारोह अगले आदेश तक रोक दिया है। हालांकि बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय ध्वज को प्रतिदिन नीचे झुकाने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी। भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जन सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब में पाकिस्तान से लगी तीनों सीमा चौकियों- अटारी-वाघा, हुसैनवाला और सादकी पर बीटिंग रिट्रीट समारोह अगले आदेश तक रोक दिया है। हालांकि, बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय ध्वज को प्रतिदिन नीचे झुकाने की प्रक्रिया पहले की तरह जारी रहेगी।
बीएसएफ ने जारी किया बयान
बीएसएफ का यह फैसला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओजेके) में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किए जाने के बाद आया है। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे।
भारत ने बुधवार तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया
भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ प्रमुख आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। इनमें से चार लक्ष्य पाकिस्तान के अंदर और शेष पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित थे।
पीएम मोदी ने की बैठक
गुरुवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित हालिया घटनाक्रमों के मद्देनजर राष्ट्रीय तैयारियों और अंतर-मंत्रालयी समन्वय की समीक्षा के लिए भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री मोदी ने परिचालन निरंतरता और संस्थागत लचीलापन बनाए रखने के लिए मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच निर्बाध समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने मौजूदा स्थिति के लिए मंत्रालयों की योजना और तैयारी की समीक्षा की।
सचिवों को काम जारी रखन के आदेश
सचिवों को अपने-अपने मंत्रालयों के कार्यों की व्यापक समीक्षा करने तथा आवश्यक प्रणालियों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें तत्परता, आपातकालीन प्रतिक्रिया और आंतरिक संचार प्रोटोकॉल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।