पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के कयास लगाए जा रहे हैं। भारत सरकार के फैसलों ने पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा रखी है। वहीं कुछ एक्सपर्ट्स ने भी भारत-पाकिस्तान युद्ध पर अपनी राय साझा की है। उनका कहना है कि युद्ध के लिए सही समय चुनना बेहद जरूरी है और यह जनता के मूड पर आधारित नहीं होना चाहिए।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त (हाई कमीश्नर) रहे अजय बिसारिया ने समय को लेकर चेतावनी जारी की है। उनका कहना है कि युद्ध का समय जनता के मूड पर निर्भर नहीं करना चाहिए।
3 चीजों पर करना होगा काम
एएनआई के पॉडकास्ट में भारत और पाकिस्तान के युद्ध पर बातचीत करते हुए अजय बिसारिया ने कहा कि “इस तरह के ऑपरेशन में सफलता हासिल करने के लिए 3 चीजों का खास ध्यान रखना पड़ता है। पहला स्पीड (गति), दूसरा सरप्राइज (दुश्मन को चौंकाना) और तीसरा सीक्रेसी (गोपनीयता)। साथ ही सही समय पर ऑपरेशन को अंजाम देना भी जरूरी है। यह समय जनता की भावनाओं पर आधारित होने की बजाए अपनी सहूलियत के हिसाब से होना चाहिए।”
बता दें कि अजय बिसारिया 2017-2020 तक पाकिस्तान में भारतीय मिशन का हिस्सा रहे हैं। उनका कहना है
यह युद्ध हमें अपने दम पर लड़ना होगा। अगर आप इस तरफ कदम आगे बढ़ाते हैं तो आपको खराब से खराब स्थिति के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा। तभी आप सभी पैमानों पर युद्ध लड़ सकते हैं। इसके लिए क्षमता, मजबूत इरादा, राजनीतिक इच्छाशक्ति और राष्ट्रीय एकता का होना बेहद जरूरी है।
सामरिक मामलों के विशेषज्ञ सुशांत सरीन के अनुसार, युद्ध के बदले दोनों देशों को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। अगर परिस्थितियां इस कदर खराब हुईं कि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के शहरों पर मिसाइल बरसाने लगे तो दोनों देशों असुरक्षित हो जाएंगे।
सरीन ने कहा –
हमें लोगों को इसके लिए तैयार करना होगा। किसी भी कार्रवाई की कीमत बड़ी हो सकती है। अगर इस्लामाबाद और लाहौर पर मिसाइलें गिरीं, तो दिल्ली भी असुरक्षित हो सकती है।
रूस की साझेदारी पर उठाए सवाल
सुशांत सरीन ने भारत और रूस की साझेदारी पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि हम हमेशा रूस-रूस कहते हैं। मगर क्या भारत पाकिस्तान युद्ध हुआ तो रूस हमारा साथ देगा? खासकर यह जानते हुए कि रूस की सबसे बड़ा सहयोगी चीन भारत के खिलाफ खड़ा है। वहीं, अगर कल चीन ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया क्या तब रूस हमारे पक्ष में आएगा?
यूट्यूब चैनल बैन का किया समर्थन
सुशांत सरीन ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल बैन करने का समर्थन किया है। उन्होंने भारत सरकार के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि “इन यूट्यूब चैनलों के जरिए भारत के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाया जा रहा था और वो भारतीय व्यूअरशिप की मदद से लाखों रुपए कमा रहे थे। हमारे बाजार का उपयोग करके वो हमारे खिलाफ ही जहर उगल रहे थे।”