बी.पी.इंटर कालेज कुड़वार में हुआ शिक्षक सम्मेलन का आयोजन।
कुड़वार, सुल्तानपुर राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की महती आवश्यकता है।बिना शिक्षक के कोई भी इंजीनियर, डाक्टर, नेता,अधिकारी नहीं बन सकता है। उक्त बातें बी.पी.इंटर कॉलेज में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने कही।
जिले के कुड़वार कस्बा के बी.पी इंटर कॉलेज के कैंपस में शनिवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ द्वारा समाज व राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका के विषय पर शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया। शिक्षक सम्मेलन की शुरुआत मां गायत्री व पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के चित्र पर पूजन-अर्चन करके की गई। शिक्षक सम्मेलन में उपस्थित वरिष्ठ शिक्षकों ने कहा कि आज के दौर में लोग बिना शिक्षक के ही इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई की ओर आगे बढ़ रहें हैं।इससे उन्हें उस विषय में ज्ञान तो मिल जाता है लेकिन जो संस्कार, सामाजिक रहन सहन,बड़े छोटों से मर्यादा में बात करने की योग्यता नहीं आ रही है। आज-कल बच्चे पढ़ लिख कर बड़े अधिकारी तो बन जा रहें हैं लेकिन अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम में पहुंचा दे रहें हैं। क्योंकि उनमें संस्कार नहीं है। एक शिक्षक ही है जो बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी डालता है। पहले किसी भी विषय के बारे में जानने के लिए गुरु के पास चलकर जाना पड़ता था।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रभाकर सक्सेना ने कहा कि परिवर्तन के समय में संवेदनाएं मर गई हैं। जिससे समाज में बहुत से विकार उत्पन्न हो रहे हैं। इसे बचाने के लिए शिक्षकों को अपनी भूमिका का निर्वहन करना ही पड़ेगा। इस दौरान बी.पी.इंटर कॉलेज के मेधावी 11बच्चों को सम्मानित किया गया। वहीं बच्चों द्वारा आम के पौधे का रोपण किया गया। प्राचार्या श्रीमती तारा सिंह द्वारा पक्षियों के लिए अनाज/पानी के पात्र रखे गए। शिक्षक सम्मेलन में प्रज्ञा एकेडमी नर्सरी स्कूल के प्रबंधक दयाराम अग्रहरि (जौहरी), प्रिंसिपल एस एन उपाध्याय,बी.पी.इंटर कालेज की प्रिंसिपल श्रीमती तारा सिंह, विकास सिंह, जय प्रभु शैक्षिक संस्थान डायरेक्टर प्रखर सिंह, हरमिटेज पब्लिक स्कूल प्रिंसिपल,के एन टी स्कूल प्रिंसिपल,धर्मा देवी बद्री प्रसाद इंटर कॉलेज,आर डी पब्लिक स्कूल,बालरोग विशेषज्ञ डॉ सुधाकर सिंह,आशीष कुमार अग्रहरि,श्याम जी, विजय,गुड्डू,अभिषेक सोनी,श्याम सुंदर समेत कुड़वार ब्लॉक के करीब 15 विद्यालयों के शिक्षक गण शामिल रहे।