उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन क़ानून के विरुद्ध प्रदर्शन में हिंसा के बाद राज्य पुलिस की “क्षति के लिए भुगतान” की कार्यवाही को सही ठहराया है। सीएम योगी ने घृण्डात्मक शब्दों का प्रहार करते हुवे कहा कि इससे अब धरना प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ नहीं हो रही है और आरोपी अब माफ़ी मांग रहे हैं।
योगी द्वारा झोट पर झोट बोलने का ये कर्म निरंतर जारी है जबकि हर जगह विरोध प्रदर्शन को मिडिया चैनलों की मदद इसे सीएए और एनआरसी के पक्ष में प्रदर्शित किया जा रहा है | योगी ने जीवाईएमसी ग्राउंड में सीएए के समर्थन में जन जागरण मंच द्वारा आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सीएए पर विपक्षी पार्टियों ने हिंसक माहौल बना दिया, जबकि ध्यान देने योग्य बात है की जनता द्वारा सीएए के विरोध प्रदर्शन और नारे लगना शुरू हो गए थे जिसे मिडिया द्वारा दिखाया नहीं गया |
योगी ने कहा कि जो सार्वजनिक संपत्ति को नुक़सान पहुंचाएगा, उसका पैसा संबंधित आरोपी से वसूल किया जाएगा। इस सवाल के जवाब में योगी ने चुपकी साध ली की पुलिसियां करवाई में जनता की सम्पति को नुकसान पहुंचाने की भरपाई किया योगी सरकार करेगी | उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वास्तविकता सामने आनी चाहिए और हमारी सरकार ने आरोपियों के पोस्टर शहरों में लगाए हैं।
योगी ने कहा कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों के शासित राज्य सीएए को लागू नहीं करने की बात कर रहे हैं तो क्या यह संविधान को चुनौती देने जैसा नहीं है। योगी ने कहा कि अब कांग्रेस शरणार्थियों और घुसपैठियों में अंतर नहीं कर पा रही है।
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