उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता गुप्ता ने जिले में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर अंकुश लगाने, पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न से पीड़ित महिलाओं की समस्याएं सुनीं और उनके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।जनसुनवाई में कुल 21 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें ज्यादातर थानों से संबंधित थीं। अनीता गुप्ता ने इन शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए और कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से जरूरतमंद महिलाओं को सरकार की योजनाओं की जानकारी देने और उन्हें लाभान्वित करने के लिए प्रभावी प्रयास करने को कहा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रदेश सरकार बेटियों और महिलाओं के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को बताया कि प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क और आगंतुक कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां महिला आरक्षी तैनात हैं। कोई भी महिला या बालिका अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है, जिसका त्वरित निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने 1090 (वूमेन पावर लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन), 108 (एम्बुलेंस सेवा), 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), 1098 (चाइल्ड लाइन) और 102 (स्वास्थ्य सेवा) जैसी आपातकालीन सेवाओं की विस्तृत जानकारी भी दी।इस अवसर पर सीएमओ गीतम सिंह, डिप्टी कलेक्टर पवन प्रकाश पाठक, सीओ सदर, जिला प्रोबेशन अधिकारी राजीव सिंह सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। जनसुनवाई के बाद अनीता गुप्ता ने वन स्टॉप सेंटर, महिला जिला चिकित्सालय और जेल में महिला बैरक का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।