और सुदृढ़ होगा सिटी का वेस्ट मैनेजमेंट का सिस्टम

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9.89 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (जीटीएस)

मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे जीटीएस चरगांवा का लोकार्पण

जीटीएस पर ही अलग-अलग कर दिया जाएगा सूखा और गीला कचरा

कैप्सूल के रूप मे कम्प्रेस्ड कचरा जाएगा सुथनी स्थित एनटीपीसी के प्लांट

गोरखपुर । कचरा प्रबंधन के लिए मॉडल सिटी के रूप में विकसित हो रहे गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (जीटीएस) का लोकार्पण करेंगे। यहां प्रोसेस होने वाला कचरा सहजनवा के सुथनी में एनटीपीसी के प्लांट भेजा जाएगा और एनटीपीसी इस कचरे से चारकोल बनाकर ऊर्जा उत्पादन में मजबूत बनेगा।

नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम के अंतर्गत नगर निगम के इस गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण पर कुल 9.89 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसकी क्षमता प्रतिदिन 200 टन कूड़ा निस्तारित करने की है। इस जीटीएस में महानगर के 40 वार्डों का कूड़ा निस्तारित करने की कार्ययोजना बनाई गई है।

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के मुताबिक नगर निगम की डोर टू डोर वाहनों द्वारा कूड़ा एकत्र कर गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन पर पहुंचाया जाएगा। यहां सूखा और गीला कचरा अलग अलग कर कम्प्रेसर में कंपैक्ट कर कैप्सूल रूप में परिवर्तित कर दिया जाएगा। कैप्सूल के रूप में कम्प्रेस्ड कूड़ा सुथनी (सहजनवा) में बने नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) के प्लांट पर भेज दिया जाएगा।

इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिटी के रूप में आकार ले रहे सुथनी में एनटीपीसी ने कूड़े से चारकोल बनाने का प्लांट लगाया है। गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के क्रियाशील हो जाने से खुले में कूड़े से मुक्ति मिलेगी। यहां कम्प्रेस्ड हुआ कूड़ा एक पूर्णतः बंद कैप्सूल के माध्यम से एनटीपीसी के प्लांट में भेजा जाएगा, लिहाजा इसके ट्रांसपोर्टेशन में वायु प्रदूषण भी नहीं होगा।

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