बांसी सिद्धार्थनगर। कोतवाली क्षेत्र के समोगरा गांव में बिना अनुमति बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापना होने की सूचना पर सोमवार की सुबह पहुंची प्रशासन की टीम पर गुस्साए कुछ ग्रामीणों ने अचानक पत्थर बाजी कर दिया। अचानक हुई पत्थरबाजी में एसडीएम बांसी शशांक शेखर राय नायब तहसीलदार चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव के अलावा उपनिरीक्षक राम प्रताप सिंह, कांस्टेबल सुशील कुमार, तथा दो महिला कांस्टेबल को चोटें आईं। घटना सोमवार पूर्वान्ह 10 बजे की है। जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह पांच बजे समोगरा गांव निवासी श्री राम ने अपनी भूमि पर बाबा साहब भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दिया। जिसकी सूचना मिलने पर पूरा प्रशासनिक अमला समोगरा गांव पहुंच गया और बिना अनुमति के प्रतिमा स्थापना को गैरकानूनी बताते हुए प्रतिमा को हटाने को कहा इसी बात को लेकर प्रशासन व ग्रामीणों में झड़प हो गई और पथराव होने लगा।
बचाव में पुलिस ने भी बल प्रयोग किया तब जाकर मामला शांत हुआ। घटना के बारे में सीओ मयंक द्विवेदी ने बताया कि कोतवाली बांसी क्षेत्र के समोगरा गांव में बिना अनुमति के रखी जा रही बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा की सूचना पर वह एस डी एम शशांक शेखर राय, नायब तहसीलदार चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्रिपाठी व कुछ पुलिस कर्मियों तथा राजस्व कर्मचारियों के साथ मौके पर गए थे। वहां मौजूद लोगों को अनुमति मिलने तक मूर्ति न रखने के लिए समझाया जा रहा था। इसी दौरान मौके पर मौजूद बांसी की एक महिला नेता के उकसाने पर ग्रामीणों ने राजस्व व पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। पथराव में टीम के कई लोगों को चोटें आई हैं नायब तहसीलदार चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव के अलावा एक पुलिस कर्मचारी काफी चोटें आई हैं।
एसडीएम शशांक शेखर राय ने कहा है कि किसी भी महापुरुष की मूर्ति स्थापना के लिए जमीन स्वयं की जमीन पर जब स्थापित करेंगे जब शासन के आदेश मिलने के बाद ही किसी भी महापुरुष का मूर्ति स्थापित करेंगे।