ललितपुर। विकास भवन सभागार में सीडीओ के.के.पाण्डेय की अध्यक्षता में माह अप्रैल 2025 में संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के सफल संचालन हेतु द्वितीय अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। अध्यक्षता करते हुए सीडीओ ने निर्देश दिए कि जिन विभागों की गतिविधियों की उपलब्धि 100 प्रतिशत से कम हैं, जैसे झाडियों की कटाई, हैन्ड पम्प चबूतरों की मरम्मत कार्य तथा उथले हैन्ड पम्पों का चिन्हीकरण करते हुए लाल रंग से चिन्हित करना एवं ग्रामीण स्तर पर बैठक आयोजित करके चूहे, छछुन्दर स्क्रबटाइफस से होने बाली बीमारियो के प्रति अगले सप्ताह तक 100 प्रतिशत कर लिया जाए। डीपीआरओ को झाडियों की कटाई, ठहरे हुए पानी एवं नालियों की सफाई आदि में पाई गई कमियों को दूर करते हुए गुणात्मक सुधार करने को कहा।
सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद ने आशा द्वारा घरों का भ्रमण बढाते हेतु संबन्धित को निर्देशित किया। कहा कि सभी विभाग अपनी गतिविधियों से सम्बन्धित माइक्रोप्लान के अनुसार कार्य करना सुनिश्चित करें, जिससे जनपद का फीडबैक एवं रैंकिंग राज्य स्तर पर उच्च स्थान पर रहे एवं पिछली कमियों को दूर करते हुए इस अभियान में सभी गतिविधियां माइक्रोप्लान के अनुसार गुणवत्ता शत-प्रतिशत पूर्ण करायें। अभियान में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डा.सौरभ सक्सेना ने अभियान की संक्षिप्त रुप रेखा प्रस्तुत करते हुए विभागों द्वारा किए गये कार्यों की विभागवार द्वितीय सप्ताह की उपलब्धि रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होनें बताया कि इन गतिविधियों के माध्यम से जनपद वासियों को वेक्टर जनित रोगों से बचाव व उपचार के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
साथ ही सम्बन्धित विभिन्न विभागों से नियमित सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाया जा रहा है। उन्होनें सभी अधिकारियों/कर्मचारियों से पूर्ण मनोयोग से कार्य करने के लिए कहा। जिला मलेरिया अधिकारी अनिल क्रिस्टोफर मैसी ने गत वर्षों में संचारी रोगों की स्थिति एवं हाई रिस्क ग्रामों की सूची सभी सम्बन्धित विभागों को उपलब्ध कराते हुए अवगत कराया कि इन गांव में विशेष अभियान चलाकर साफ-सफाई किया जाये। सभी ब्लॉकों पर 05-05 लीटर लार्वीसाइड दवा उपलब्ध करा दी गयी है तथा तीनों नगर पंचायतों एवं नगर पालिका को भी लार्वीसाइड दवा टेमीफॉस प्राप्त करायी है जो कि डीपीआरओ के सफाई कर्मचारियों के द्वारा गांव में छिड़काव किया जायेेगा, जिससे संचारी रोगों से होने वाली बीमारियों से बचाव किया जा सके।
खंड विकास अधिकारी द्वारा फागिंग, लार्वीसाइड स्प्रे, एईएस के कारण दिव्यांग बच्चों का चिन्हीकरण कर उनको सहायता/उपकरण प्राप्त कराना होगा एवं उनके द्वारा ग्राम स्तर पर सम्पादित कराये गये कार्य की समीक्षा कर आख्या प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से समन्वय समिति को उपलब्ध करायेगें। बैठक में सीडीओ के.के.पाण्डेय, ए.सी.एम.ओ. एवं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.वीरेन्द्र सिंह, नोडल वी.बी.डी.डा.आर.एन. सोनी, डा.राजेश भारती, चिकित्सा अधिकारी, बीएसए, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, एस.एम.ओ., डब्लू.एच.ओ., डी.एम.सी. यूनीसेफ, सूचना विभाग आदि के अधिकारी/सहा.मलेेरिया अधिकारी, वरिष्ठ मलेरिया निरीक्षक, मलेरिया निरीक्षक उपस्थित रहे।