इन बदलावों से छात्रों को बहुत मदद मिलेगी। अब ये मार्कशीट पानी से खराब नहीं होगी और यह ज्यादा सुरक्षित होगी। मार्कशीट में डिजिटल सिग्नेचर बार कोड और हिंदी-अंग्रेजी दोनों में नाम होंगे। यूपी बोर्ड ने इस साल से मार्कशीट पर बार कोड जोड़ने का फैसला किया है। इस बार कोई भी व्यक्ति कोड को स्कैन करके मार्कशीट की प्रमाणिकता की जांच कर सकता है।
यूपी बोर्ड ने (10वीं और 12वीं की) अपनी मार्कशीट में कई बदलाव किए हैं। इन बदलावों से छात्रों को बहुत मदद मिलेगी। अब ये मार्कशीट पानी से खराब नहीं होगी और यह ज्यादा सुरक्षित होगी। मार्कशीट में डिजिटल सिग्नेचर, बार कोड और हिंदी-अंग्रेजी दोनों में नाम होंगे।
यूपी बोर्ड ने इस साल से मार्कशीट पर बार कोड जोड़ने का फैसला किया है। इस बार कोई भी व्यक्ति कोड को स्कैन करके मार्कशीट की प्रमाणिकता की जांच कर सकता है। इसके साथ ही डिजिटल सिग्नेचर को भी इसमें शामिल किया गया है, जो मार्कशीट की प्रमाणिकता को और मजबूत करता है।
हिंदी और अंग्रेजी दोनों में होगा नाम
ये पहली बार होगा जब छात्र और उसके माता-पिता का नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा होगा। इससे न सिर्फ डाक्यूमेंट का इस्तेमाल बढ़ेगा, बल्कि आगे की पढ़ाई या नौकरी में डाक्यूमेंट दिखाना भी आसान हो जाएगा।
अब मजबूत कागज पर छपेगी मार्कशीट
मार्कशीट पूरी तरह वाटरप्रूफ होगी, अब मार्कशीट ऐसे कागज पर छपेगी जो नहीं तो आसानी से फटेगी और न ही पानी में गलेगी। इससे छात्रों की मार्कशीट लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी। मार्कशीट की फोटो कॉपी चाहे आप किसी भी प्रिंटर से कराएं, मार्कशीट पर फोटोकॉपी ही लिखी होगी। अब इसका आकार भी A-4 कर दिया गया है। पहले यूपी बोर्ड की मार्कशीट का आकार छोटा होता था।
नए फीचर भी शामिल
बोर्ड ने मार्कशीट में कई नए सुरक्षा फीचर जोड़े हैं, जैसे खास प्रिंटिंग और यूनिक सिक्योरिटी मार्क। इससे फर्जी मार्कशीट बनाना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
कब आएगा रिजल्ट?
बता दें कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं काफी अच्छे से संपन्न हुईं और दोनों कक्षाओं की कॉपियां भी चेक हो चुकी हैं। दोनों कक्षाओं के लिए 15 फरवरी से 5 मार्च तक परीक्षा आयोजित की गई थी। अब बोर्ड जल्द ही परीक्षा देने वाले छात्रों का रिजल्ट जारी करने वाला है।