जौनपुर। जिले में गर्मी व आम दिनों में बढ़ती अगलगी की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन सतर्क हो गया है। जिला मुख्यालयों व तहसीलों के अलावा अग्निशमन केंद्र अब ब्लाकों में भी खोलने की तैयारी चल रही है। इसके लिए सभी एसडीएम को पत्र जारी कर भूमि की तलाश शुरू करने के लिए कहा गया है। जिले में अभी तक जिला मुख्यालय, केराकत, बदलापुर, शाहगंज, मड़ियाहूं तहसील में स्थायी अग्निशमन केंद्र खोला गया है। वहीं मछलीशहर तहसील का अग्निशमन केंद्र सतहरिया में खोला गया है। अक्सर देखा जाता है कि आग से बचाव के लिए तहसीलों में बने अग्निशमन केंद्रों से गाड़ियां पहुंचने में काफी देर हो जाती हैं। इससे फसल, गृहस्थी का सामान आदि जलकर नष्ट हो जाता है।
ऐसे में शासन स्तर से जिले के सभी 21 ब्लॉकों में अग्निशमन केंद्र खोलने की तैयारी है। इसके लिए 4100 वर्ग मीटर भूमि की तलाश की जा रही है।इन 21 ब्लॉकों पर तलाशी जा रही भूमि रू-जिले के 21 ब्लाकों में बदलापुर, बक्शा, बरसठी, धर्मापुर, डोभी, जलालपुर, करंजाकला, केराकत, खुटहन, मछलीशहर, महराजगंज, मड़ियाहूं, मुफ्तीगंज, मुंगराबादशाहपुर, रामनगर, रामपुर, शाहगंज, सिकरारा, सिरकोनी, सुइथाकला, सुजानगंज में अग्निशमन केंद्र बनाने के लिए भूमि की तलाश की जा रही है।
यह भूमि ग्राम पंचायत की होगी और मुख्य सड़क से नजदीक होनी चाहिए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी विवेक शर्मा ने बताया कि प्रत्येक अग्निशमन केंद्र पर दो यूनिट अग्निशमन अधिकारी व कर्मचारी रखे जाएंगे। इसमें एक अग्निशमन अधिकारी, एक अग्निशमन अधिकारी द्वितीय, 21 फायर मैन, दो लीडिंग फायर मैन, दो चालक की तैनाती की जाएगी। अभी तक प्रत्येक तहसीलों में स्थायी अग्निशमन केंद्र खोला गया है। नए आदेश के तहत अब ब्लाकों में भी अग्निशमन केंद्र खोला जाएगा। इसके लिए भूमि की तलाश की जा रही है। जिलाधिकारी स्तर से सभी एसडीएम को पत्र भेजा जा रहा है।
भगवान कृष्ण और राम का सदैव ध्यान करने से ही मनुष्य का कल्याण संभव है – स्वामी श्री योगेश्वरचार्य जी महराज।
श्रीमद्भागवत कथा का दूसरा दिन।
जौनपुर (मुंगराबादशाहपुर)। स्थानीय नगर के कटरा स्थित एक पैलेस में स्व0 पं0 राधेश्याम पांडेय के स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा दूसरे दिन यानि गुरुवार को देर शाम वृंदावन से पधारे कथावाचक स्वामी श्री योगेश्वराचार्य जी महाराज ने राजा परीक्षित संवाद, सुखदेव जन्म सहित अन्य की कथा का मार्मिक प्रसंग का विस्तार पूर्वक श्रद्धालु भक्त जनों को सुनाया।
उन्होंने आगे कहा कि जहा सम्मान न मिले वहां मनुष्य को नहीं जाना चाहिए। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो कदापि नहीं जाना चाहिए। आगे कथा को विस्तार देते हुए कहा कि हमें स्वयं श्रीमन नारायण का स्मरण, चिंतन और ध्यान करना चाहिए, जो कृष्ण और राम के रूप में भी जाने जाते हैं और जिनके चरणों में सदैव स्थान पाने की चेष्ठा करनी चाहिए । जिससे मनुष्य मात्र का कल्याण हो जाता है। जो व्यक्ति भगवान के चरणों में शरण लेने वाले की सदैव रक्षा करनी चाहिए।
उन्होंने आगे बताया कि नशा मुक्त जीवन जीने से ही मनुष्य मात्र का कल्याण संभव है। महराज जी ने कहा कि प्रभु से बढ़कर कोई और सुख सम्पदा नहीं है। भागवत के कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य मात्र का कल्याण होता है। मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है अपितु मानव जीवन प्रभु की भक्ति में लीन होने के लिए प्राप्त हुआ है। उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा रहता है। कथा के दौरान धार्मिक गीतों पर मौजूद श्रद्धालु भक्त झूमने को विवश हो गए। इस अवसर पर श्रीमती उमा पांडे, सभासद हीरावती पांडे, रमेश चल पांडे, नीलम पांडे, कैलाश नाथ पांडे, मनोज पांडे, राजेश पांडे, राजकुमार पांडे, अरुण कुमार पांडे, डॉ सौरभ पांडे व बृजेश पांडे आदि ने भगवान की आरती उतारकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान आलोक कुमार गुप्ता पिंटू, इंजी 0 उमाशंकर गुप्ता, विक्की गुप्ता समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त जन मौजूद रहे।