ऋषभ पंत के नेतृत्व में लखनऊ सुपरजायंट्स की टीम पहली बार आईपीएल खिताब अपने नाम करना चाहेगी। हालांकि लखनऊ सुपरजायंट्स अपने चोटिल तेज गेंदबाजों से परेशान है। उसके तीन प्रमुख पेसर्स मयंक यादव आवेश खान और मोहसिन खान चोटों से उबरने में जुटे हुए हैं। अगर इन तीनों में से कोई बाहर हुआ तो शार्दुल ठाकुर को विकल्प के रूप में रखा जा सकता है।
लखनऊ सुपरजायंट्स ने विगत कुछ सत्रों में की गईं गलतियों से सीख लेते हुए इस बार आईपीएल शुरू होने से पहले ही चोटिल तेज गेंदबाजों का विकल्प अपने पास रख लिया है। लखनऊ के तीन तेज गेंदबाज चोट से उबर रहे हैं।
पिछले वर्ष अपनी गति से सभी कों चौंकाने वाले मयंक यादव चोटिल हैं। मोहसिन खान और आवेश खान की फिटनेस भी संदेह के घेरे में है। ऐसे में 11 करोड़ रुपये में रिटेन किए गए मयंक यादव या मोहसिन और आवेश में से कोई बाहर होता है तो उनकी जगह शार्दुल ठाकुर लखनऊ सुपरजायंट्स में शामिल हो सकते हैं।
साथ ही मेगा नीलामी में नहीं बिकने वाले यूपी के तेज गेंदबाज शिवम मावी पर भी प्रबंधन की नजरें हैं।
पिछले सत्रों में नहीं लेते थे चोटिल खिलाड़ियों का विकल्प
लखनऊ सुपरजायंट्स के प्रबंधन में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बातचीत में बताया, ‘हमने पिछले तीन सत्रों में चोटिल खिलाड़ियों के विकल्प बाद में तलाशे, लेकिन इस बार हम यह गलती नहीं दोहराना चाहते हैं। हम कैंप शुरू होने से पहले आश्वस्त होना चाहते हैं कि जो खिलाड़ी पूरा सत्र नहीं खेल पाएंगे तो हमारे पास उनका विकल्प तैयार हो।’
“इस बार मेगा नीलामी में नहीं बिके कुछ भारतीय तेज गेंदबाजों के हम संपर्क में हैं। वह हमारे साथ अभ्यास सत्र में भी शामिल हो रहे हैं। जल्द ही चोटिल खिलाड़ियों पर स्पष्टता मिलने पर हम आधिकारिक घोषणाएं कर सकते हैं। शार्दुल एक सप्ताह से हमारे कैंप से जुड़े हुए हैं। अगर कोई तेज गेंदबाज चोटिल होता है तो हम आइपीएल के नियमों के तहत उनको शामिल करेंगे।
ये खिलाड़ी अब तक हो चुके हैं शामिल
आईपीएल शुरू होने में अब केवल चार दिन ही शेष हैं, लेकिन चोटिल खिलाड़ियों ने फ्रेंचाइजियों को अपनी रणनीति में फेरबदल करने के लिए मजबूर कर दिया है। मुंबई ने जहां चोटिल अल्लाह गजनफर की जगह मुजीब उर रहमान और लिजाड विलियम्स की जगह कॉर्बिन बॉश को शामिल किया है।
सनराइजर्स हैदराबाद ने ब्राइडन कार्स के विकल्प के रूप में वियान मुल्डर और गत चैंपियन केकेआर ने भारत के सबसे तेज गेंदबाज उमरान मलिक के विकल्प के रूप में चेतन सकारिया को शामिल कर अपनी टीम को संतुलित करने का प्रयास किया है। हालांकि, इस बार खिलाड़ियों के विकल्प को लेकर भी नियमों में कई फेरबदल किए हैं।
आईपीएल में खिलाड़ियों के विकल्प के ये हैं नियम
- बीसीसीआई का डॉक्टर अगर यह पुष्टि करता है कि चोटिल खिलाड़ी पूरे सत्र के लिए अब उपलब्ध नहीं हो सकता तो उसका विकल्प लिया जा सकता है
- जिस चोटिल खिलाड़ी का विकल्प लिया जाता है, वह संबंधित सत्र के दौरान किसी भी मैच में फ्रेंचाइजी के लिए फिर से नहीं खेल सकता है
- चोटिल खिलाड़ी के लिए अब मध्य सत्र विकल्प के नियम भी बदल गए हैं, पहले के सात लीग मैचों तक के विकल्प को अब 12 लीग मैचों तक बढ़ा दिया गया है
- खिलाड़ियों के विकल्प के रूप में आने के लिए, किसी का नाम संबंधित सत्र के लिए पंजीकृत उपलब्ध खिलाड़ी पूल (आरएपीपी) सूची में शामिल होना चाहिए
- पूरे सत्र के लिए उसकी लीग फीस (100 प्रतिशत उपलब्धता मानते हुए) आरएपीपी सूची में दर्ज उसके द्वारा निर्धारित आरक्षित मूल्य से कम नहीं होनी चाहिए
- कोई भी फ्रेंचाइजी अगर किसी गेंदबाज को नेट गेंदबाज के रूप में भी आरएपीपी सूची में शामिल करती है, लेकिन अन्य फ्रेंचाइजी उसे लेना चाहती है तो उस फ्रेंचाइजी के पास खिलाड़ी को रोकने का अधिकार नहीं होगा
- यदि किसी खिलाड़ी को विकल्प के रूप में शामिल किया जाता है तो संबंधित सत्र के दौरान उसकी लीग फीस फ्रेंचाइजी के शेष मैचों को ध्यान में रखते हुए ही दी जाएगी
- विकल्प के रूप में शामिल खिलाड़ियों को लेते समय फ्रेंचाइजी को 25 खिलाड़ियों की टीम संरचना विनियमों का अनुपालन करना होगा
- 2025, 2026 और 2027 सत्रों के दौरान विकल्प के रूप में शामिल खिलाड़ी लेने वाली फ्रेंचाइजी को अगले लागू सत्र के लिए अनुबंध की अवधि बढ़ाने का अधिकार है (यदि कोई हो)