तीन घण्टे अनवरत चला प्रदर्शन का दौर
एसडीएम व सीओ सदर की मौजूदगी में स्थिति हुई नियंत्रित
ललितपुर। शनिवार रात दस बजे से शहर के दर्जनों युवाओं ने प्रसूता की मौत पर आक्रोशित होकर स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडीकल कॉलेज) के महिला अस्पताल में संयमित रूप से जमकर बवाल काटा। प्रसव कराने आयी महिला के ऑपरेशन को लेकर पांच हजार रुपये की अवैध मांग करने और रुपये न देने पर इलाज को मना करने की बात सामने आयी है। प्रसूता की मौत होने के बाद मृतका के परिजनों के अलावा दर्जनों युवाओं ने शव लेकर अस्पताल परिसर पहुंच कर नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे उप जिलाधिकारी सदर चन्द्रभूषण प्रताप व क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने युवाओं को समझाया, जिस पर युवाओं ने तत्काल कार्यवाही और एफआईआर दर्ज किये जाने की पुरजोर मांग उठायी।
दरअसल, मेडीकल कॉलेज के महिला अस्पताल में प्रसूताओं के परिजनों से प्रसव कराने के नाम पर अवैध सुविधा शुल्क मांगे जाने का यह पहला मामला नहीं था। चंद दिनों पहले राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल के समक्ष एक महिला ने अपनी बहू का प्रसव कराने के लिए 6 हजार रुपये की रिश्वत दिये जाने का आरोप लगाया था। प्रकरण में मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा.डी.नाथ ने छह सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर आख्या मांगी थी। यह प्रकरण चल ही रहा था कि शनिवार को अपराह्न महिला अस्पताल में प्रसव कराने पहुंची शहर की एक प्रसूता को घंटों तक देखा ही नहीं गया। यहां प्रसूता के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी की दूसरे प्रसव को ऑपरेशन से किया जाना था, जिसके एवज में मेडीकल ऑफिसर समेत दो महिला चिकित्सकों ने रुपयों की मांग की। रुपये न देने पर महिला चिकित्सकों ने प्रसूता का उपचार करने से इंकार कर दिया। महिला ने दर्द सहते-सहते प्राण तज दिये।
दरअसल, मेडीकल कॉलेज के महिला अस्पताल में प्रसूताओं के परिजनों से प्रसव कराने के नाम पर अवैध सुविधा शुल्क मांगे जाने का यह पहला मामला नहीं था। चंद दिनों पहले राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल के समक्ष एक महिला ने अपनी बहू का प्रसव कराने के लिए 6 हजार रुपये की रिश्वत दिये जाने का आरोप लगाया था। प्रकरण में मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा.डी.नाथ ने छह सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर आख्या मांगी थी। यह प्रकरण चल ही रहा था कि शनिवार को अपराह्न महिला अस्पताल में प्रसव कराने पहुंची शहर की एक प्रसूता को घंटों तक देखा ही नहीं गया। यहां प्रसूता के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी की दूसरे प्रसव को ऑपरेशन से किया जाना था, जिसके एवज में मेडीकल ऑफिसर समेत दो महिला चिकित्सकों ने रुपयों की मांग की। रुपये न देने पर महिला चिकित्सकों ने प्रसूता का उपचार करने से इंकार कर दिया। महिला ने दर्द सहते-सहते प्राण तज दिये।
महिला की मौत होने के बाद रात करीब 10 बजे मृतका के परिजन शव के साथ महिला अस्पताल पहुंचे, जहां दर्जनों युवाओं ने अस्पताल परिसर में बैठकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते यह भीड़ काफी बढ़ गयी और नारेबाजी ने जोर पकड़ लिया। प्रकरण की जानकारी होते ही एसडीएम व सीओ अस्पताल जा पहुंचे, जहां करीब दो घण्टे से अधिक चले प्रदर्शन के दौरान अधिकारी प्रदर्शनकारियों को समझाते ही नजर आये। लेकिन प्रदर्शनकारी दोनों महिला चिकित्सकों पर तत्काल कार्यवाही कर एफआईआर दर्ज कराये जाने की मांग उठाते रहे। मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में जमकर हुये प्रदर्शन के बीच मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा.डी.नाथ भी अस्पताल जा पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों से वार्ता करते हुये महिला रोग विशेषज्ञ स्वाति खरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर 24 घण्टे में आख्या देने के निर्देश जारी किये।
क्या था पूरा मामला ?
प्रकरण को लेकर बताया जा रहा है कि आजादपुरा निवासी नवीन सोनी अपनी पत्नी मालती सोनी के दूसरी बार प्रसव के लिए महिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां नवीन का आरोप है कि प्रसव में ऑपरेशन के नाम पर उनसे मेडीकल ऑफीसर डा.स्वाति खरे व प्रियांशी असाटी ने ऑपरेशन करने के एवज में पैसों की मांग की। पैसे न होने का हवाला देने पर महिला चिकित्सकों ने प्रसूता का उपचार करने से इंकार कर दिया। इसी बीच दर्द से कराह रही उसकी पत्नी मालती सोनी की मौके पर मौत हो गयी।
प्रकरण को लेकर बताया जा रहा है कि आजादपुरा निवासी नवीन सोनी अपनी पत्नी मालती सोनी के दूसरी बार प्रसव के लिए महिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां नवीन का आरोप है कि प्रसव में ऑपरेशन के नाम पर उनसे मेडीकल ऑफीसर डा.स्वाति खरे व प्रियांशी असाटी ने ऑपरेशन करने के एवज में पैसों की मांग की। पैसे न होने का हवाला देने पर महिला चिकित्सकों ने प्रसूता का उपचार करने से इंकार कर दिया। इसी बीच दर्द से कराह रही उसकी पत्नी मालती सोनी की मौके पर मौत हो गयी।
यह हुयी कार्यवाही, 24 घण्टे में मांगी रिपोर्ट
प्रदर्शनकारियों की मांग पर मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा.डी.नाथ ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.स्वाति खरे को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया तो वहीं तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर 24 घण्टे में आख्या मांगी है। जांच कमेटी में अध्यक्ष वरिष्ठ ऑर्थो सर्जन डा.के.के.मिश्रा व सदस्य वरिष्ठ सर्जन डा.डी.के.राज और सहायक आचार्य डा.रजनी रतमेले को शामिल किया गया है।
प्रदर्शनकारियों की मांग पर मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डा.डी.नाथ ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.स्वाति खरे को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया तो वहीं तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर 24 घण्टे में आख्या मांगी है। जांच कमेटी में अध्यक्ष वरिष्ठ ऑर्थो सर्जन डा.के.के.मिश्रा व सदस्य वरिष्ठ सर्जन डा.डी.के.राज और सहायक आचार्य डा.रजनी रतमेले को शामिल किया गया है।
कलेक्ट्रेट चौराहा पर भी किया हंगामा
रात करीब डेढ़ बजे अस्पताल प्रशासन द्वारा कार्यवाही किये जाने के बाद कुछ युवा कलेक्ट्रेट चौराहा पहुंचे, जहां उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। रात करीब ढ़ाई से तीन बजे के मध्य वीवीआईपी जोन में प्रदर्शन से पुलिस भी हरकत में आ गयी। सूत्र बताते हैं कि कुछ समय और प्रदर्शन किया जाता तो पुलिस लाठी-चार्ज करने से पीछे नहीं हटती। लेकिन समय रहते युवाओं को मौके से हटाया गया, तब कहीं जाकर मामला शान्त हो सका।
रात करीब डेढ़ बजे अस्पताल प्रशासन द्वारा कार्यवाही किये जाने के बाद कुछ युवा कलेक्ट्रेट चौराहा पहुंचे, जहां उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। रात करीब ढ़ाई से तीन बजे के मध्य वीवीआईपी जोन में प्रदर्शन से पुलिस भी हरकत में आ गयी। सूत्र बताते हैं कि कुछ समय और प्रदर्शन किया जाता तो पुलिस लाठी-चार्ज करने से पीछे नहीं हटती। लेकिन समय रहते युवाओं को मौके से हटाया गया, तब कहीं जाकर मामला शान्त हो सका।
एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में संभला मामला
शनिवार की देर रात दर्जनों युवाओं के जोरदार प्रदर्शन के बीच पहुंचे एसडीएम सदर चन्द्रभूषण प्रताप व क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने मोर्चा संभाले रखा और प्रदर्शनकारियों की समस्या को सुनकर यथोचित कार्यवाही के लिए आश्वास्त किया। मौके पर किसी प्रकार की अनहोनी घटना न हो इसके लिए शहर कोतवाल रमेशचंद्र मिश्रा भी दलबल के साथ मौजूद रहे।
शनिवार की देर रात दर्जनों युवाओं के जोरदार प्रदर्शन के बीच पहुंचे एसडीएम सदर चन्द्रभूषण प्रताप व क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने मोर्चा संभाले रखा और प्रदर्शनकारियों की समस्या को सुनकर यथोचित कार्यवाही के लिए आश्वास्त किया। मौके पर किसी प्रकार की अनहोनी घटना न हो इसके लिए शहर कोतवाल रमेशचंद्र मिश्रा भी दलबल के साथ मौजूद रहे।
सपा मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड ने दोपहर में किया था प्रदर्शन
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडीकल कॉलेज) के महिला अस्पताल में दलालों की बढ़ती सक्रियता और अवैध वसूली के खिलाफ समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यूथ बिग्रेड जिलाध्यक्ष इंजी.हृदेश यादव मुखिया के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया गया था। प्रकरण में सपाईयों ने अवैध वसूली को तत्काल बंद किये जाने और दलालों पर प्रभावी नियंत्रण किये जाने की मांग उठायी थी।
प्राईवेट अस्पतालों के दलालों की सक्रियता पर सवाल
प्रदर्शन के दौरान एक बात यह भी प्रकाश में आयी कि सरकारी महिला अस्पताल में दलालों की सक्रियता काफी बढ़ गयी है, जिसके चलते ग्रामीण अंचलों से आने वाली प्रसूताओं व उनके तीमारदारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं दिलाने का आश्वासन देकर दलाल प्रसूताओं को निजी अस्पतालों में भेज रहे हैं, जिससे प्रसूता के परिजन को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। दलालों की सक्रियता को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें, सवाल उठाये गये हैं, लेकिन ठोस कार्यवाही न होने के कारण प्राईवेट अस्पतालों के दलालों की सक्रियता भी बढ़ गयी है।
प्रदर्शन के दौरान एक बात यह भी प्रकाश में आयी कि सरकारी महिला अस्पताल में दलालों की सक्रियता काफी बढ़ गयी है, जिसके चलते ग्रामीण अंचलों से आने वाली प्रसूताओं व उनके तीमारदारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं दिलाने का आश्वासन देकर दलाल प्रसूताओं को निजी अस्पतालों में भेज रहे हैं, जिससे प्रसूता के परिजन को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। दलालों की सक्रियता को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें, सवाल उठाये गये हैं, लेकिन ठोस कार्यवाही न होने के कारण प्राईवेट अस्पतालों के दलालों की सक्रियता भी बढ़ गयी है।
डीएम ने जांच कमेटी का किया गठन, शीघ्र मांगी रिपोर्ट
मेडीकल कॉलेज के महिला अस्पताल में बिना उपचार महिला की मौत के मामले में डीएम अक्षय त्रिपाठी ने जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर शीघ्र आख्या देने के आदेश जारी किये हैं। चार सदस्यीय जांच कमेटी में अध्यक्ष सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद, सदस्य एसडीएम सदर, क्षेत्राधिकारी सदर, प्रभारी अधीक्षक पीएचसी दैलवारा डा.सुनीता दिवाकर को शामिल किया गया है।
मेडीकल कॉलेज के महिला अस्पताल में बिना उपचार महिला की मौत के मामले में डीएम अक्षय त्रिपाठी ने जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर शीघ्र आख्या देने के आदेश जारी किये हैं। चार सदस्यीय जांच कमेटी में अध्यक्ष सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद, सदस्य एसडीएम सदर, क्षेत्राधिकारी सदर, प्रभारी अधीक्षक पीएचसी दैलवारा डा.सुनीता दिवाकर को शामिल किया गया है।
मां गायत्री हॉस्पिटल पर पड़ा छापा, भागे डाक्टर
इलाइट चौराहा से झांसी रोड स्थित मां गायत्री हॉस्पिटल में जिला प्रशासन ने छापेमार कार्यवाही की। छापा पड़ते ही अस्पताल में मौजूद चिकित्सक भाग निकले। वहीं दूसरी ओर चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। कयास लगाये जा रहे हैं कि मां गायत्री हॉस्पिटल को सीज करने की कार्यवाही की जायेगी। इस कार्यवाही के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.इम्तियाज अहमद, उपजिलाधिकारी सदर चन्द्रभूषण प्रताप, सीओ सिटी अभय नारायण राय मौके पर मौजूद थे और जांच-पड़ताल जारी थी। बताया जा रहा है कि विगत 12 फरवरी को जांच के दौरान मां गायत्री हॉस्पिटल को नोटिस दिया गया था, जिसके बाद यह कार्यवाही अमल में लायी गयी।
इलाइट चौराहा से झांसी रोड स्थित मां गायत्री हॉस्पिटल में जिला प्रशासन ने छापेमार कार्यवाही की। छापा पड़ते ही अस्पताल में मौजूद चिकित्सक भाग निकले। वहीं दूसरी ओर चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। कयास लगाये जा रहे हैं कि मां गायत्री हॉस्पिटल को सीज करने की कार्यवाही की जायेगी। इस कार्यवाही के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.इम्तियाज अहमद, उपजिलाधिकारी सदर चन्द्रभूषण प्रताप, सीओ सिटी अभय नारायण राय मौके पर मौजूद थे और जांच-पड़ताल जारी थी। बताया जा रहा है कि विगत 12 फरवरी को जांच के दौरान मां गायत्री हॉस्पिटल को नोटिस दिया गया था, जिसके बाद यह कार्यवाही अमल में लायी गयी।