उरई (जालौन)।डकैत विक्रम मल्लाह , श्रीराम लालाराम,फक्कड़ बाबा गिरोह में रही एवं कई माह से बीमार चल रही दस्यु सुंदरी कुसुमा नाइन की लखनऊ में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। जनपद के थाना कुठौंद के ग्राम कुरौली की कुख्यात सदस्य सुंदरी कुसमा नाइन का अंतिम संस्कार पति केदार ने अपने गांव में कुरौली में किया । 65 वर्षीय कुसुमा नाइन वर्तमान में इटावा जेल में उम्रकैद की सजा काट रही थी। उसने वर्ष 2004 में मध्यप्रदेश के रावतपुरा धाम में दस्यु सरगना रामआसरे फक्कड़ के साथ आत्मसमर्पण किया था
जनपद जालौन के सिरसा कलार थाना अंतर्गत ग्राम टिकरी मुस्तकिल निवासी दस्यु सुंदरी का विवाह पिता डरू व परिजनों ने कुठौंद थाना क्षेत्र के कुरौली गांव निवासी केदार के साथ कर दी थी। लेकिन कुसमा गांव के ही माधव से प्यार करती थी। माधव से प्यार की यह कहानी अपने पति केदार को भी यह बात बताई। एक दिन विक्रम मल्लाह गैंग के साथ माधव आया और में रात में कुसमा को जबरन उठाकर ले गया। केदार ने कई बार कुसमा से संपर्क करना चाहा,लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद करीब बीस वर्ष बाद कुसमा केदार से मिली और उससे दूसरी शादी करने की सलाह दी। कुसमा ने ही प्रयास करके कुंती नामक लड़की से केदार की दूसरी शादी करा दी थी और वह बीहड़ के क्षेत्र में स्वतंत्र होकर अपना साम्राज्य चलाने लगी। केदार को कुंती से तीन लड़के शैलेंद्र, रविंद्र व लाली हुए। वर्ष 2004 में जब कुसमा ने फक्कड़ बाबा के साथ पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया, तब से केदार व उनके परिजन जेल में कुसमा से मिलने जाते रहे ।करीब 15 दिन पहले बड़े बेटे शैलेन्द्र को जानकारी मिली कि कुसमा की तबीयत ज्यादा खराब है यह जानकर शैलेंद्र लखनऊ चला गया और वहां वर्तमान में भी वही था । रविवार की रात्रि में कुसुमा नाइन का शव पैतृक गांव कुरौली पहुंच गया । कुसमा का शव कुरौली गांव पहुंचते ही लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई । ऐतिहातन गांव में भारी पुलिस बल भी तैनात हो गया । लोगों ने बताया कुसुमा 47 साल पहले शादी के जोड़े में व्याह कर आई थी और आज कफन मे लिपट कर लौटी है। कुसमा के पति केदार ने अपने खेत पर अंतिम संस्कार किया । इस अवसर पर केदार एवं उसके तीनों पुत्र तथा गांव के लोगों के चेहरे पर दुःख की स्पष्ट झलक देखी जा सकती थी।
Also read