सुल्तानपुर।लगभग 12 वर्ष पहले जनपद छोड़कर अन्यत्र व्यवस्थित हो चुके एक सज्जन जब तीन दिन पहले अचानक सीताकुंड पहुंचे तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि वह उसी स्थान पर खड़े हैं। जो कभी उजड़ा,वीरान,गंदगी से पटा और असुरक्षित दिखता था।जब धाम पर मौजूद एक शख्स ने उन्हें बताया कि यह सब कुछ स्थानीय संगठन गोमती मित्र मंडल द्वारा किया गया है तो उन्होंने प्रतीक रूप में धरती को स्पर्श करके गोमती मित्रों को वहीं से प्रणाम किया और शाम को खोजते हुए प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन से सीता उपवन में मुलाकात कर उन्हें श्री रामचरितमानस की प्रति समर्पित करते हुए रविवार शाम होने वाली आरती में पहुंचने का विश्वास दिलाया।यह है गोमती मित्रों की मेहनत,संकल्प,और सीता कुंड धाम को स्वच्छ सुरक्षित रखने का अटल इरादा।हर रविवार प्रातः होने वाला साप्ताहिक श्रमदान और सायंकाल होने वाली गोमती आरती इस बात का प्रमाण है की गोमती मित्र ना थके हैं ना थकेंगे।रविवार 2 फरवरी का श्रमदान भी गोमती मित्रों ने पूरे उत्साह के साथ प्रातः 6:00 बजे से 9:30 बजे तक सब कुछ चाक चौबंद करने के बाद संपन्न किया।मुख्य रूप से नदी के किनारे और नदी में प्रवाहित कलश,कपड़े,मूर्तियां निकालने का कार्य किया गया।
श्रमदान में मुख्य रूप से संरक्षक रतन कसौधन,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,संत कुमार प्रधान, डॉ कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,मुन्ना पाठक,दाऊ जी कैलाशी,मुन्ना सोनी,अजीत शर्मा,सुजीत कसौधन,राकेश मिश्रा,राकेश सिंह ददू,अमितपं डा,राम कुमार मौर्य,श्याम मौर्या,राम क्विंचल मौर्या,अजय वर्मा,अरुण गुप्ता,सुनील वर्मा,विकास शर्मा,अनुज प्रताप सिंह,सोनू सिंह आदि उपस्थित रहे।