अमरोहा अवधनामा (उरूज संभली) .- ‘‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2025’’ पर श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय में क्विज, पोस्टर मेकिंग, मॉडल प्रदर्शनी, विज्ञान में नवाचार विषय पर संगोष्ठी, समेत एक दर्जन से अधिक प्रतियोगिताऐं हुईं आयोजित।
– श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय गजरौला, वी.जी.आई. मेरठ, स्कूल ऑफ साईन्स, इंजीनियरिंग, एप्लाईड साईन्स, के 400 से अधिक छात्र-छात्राओ ने विभिन्न प्रतियोगिताओ में किया प्रतिभाग।
– चार दिनो से चली आ रही विभिन्न प्रतियोगिताओ के विजेताओ को विश्वविद्यालय प्रबन्धन/ प्रशासन ने सर्टिफिकेट एवं स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
– विज्ञान रटने की नहीं बल्कि आत्मसात करने की विधा, विज्ञान को अपने जीवन में उतारकर शीर्ष की ओर बढ़ें – डॉ0 सुधीर गिरि, चेयरमैन, वेंक्टेश्वरा समूह।
– शोध, नवाचार एवं विज्ञान को बढावा देने के लिए विश्वविद्यालय लगातार राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय विश्वविद्यालयो/ संस्थानो के साथ कर रहा है शैक्षणिक अनुबन्ध – डॉ. राजीव त्यागी, प्रतिकुलाधिपति श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/ संस्थान।
– वेंक्टेश्वरा के शोधार्थियों/ अनुसंधानियो के ’’इनोवेटिव शोध पत्रो एवं एक्सक्लूसिव वैज्ञानिक उत्पादो’’ को निशुल्क पेटेन्ट करायेगा संस्थान – डॉ. कृष्णकान्त दबे, कुलपति, श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय ।
आज राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/ संस्थान में ‘‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2025‘‘ पर 4 दिनो से आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओ के समापन पर उनके विजेता छात्र-छात्राओ को स्मृति चिन्ह एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही विभिन्न वरिष्ठ वैज्ञानिको/ शिक्षाविदो ने विज्ञान को रटने के बजाय जीवन में आत्मसात करने पर बल देते हुए नवाचारो के साथ रिसर्च को बढावा देने का आवाहन किया।
श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/ संस्थान के डॉ. सी.वी. रमन सभागार में ’’राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2025’’ पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ समूह चेयरमैन डॉ. सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी, कुलपति डॉ. कृष्णकान्त दबे, कुलसचिव डॉ. पीयूष कुमार पाण्डे, डॉ. राजेश सिंह एवं डीन एप्लाईड साईन्स डॉ विश्वनाथ झा आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।
अपने सम्बोधन में संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सुधीर गिरि ने कहा कि आज विज्ञान एवं तकनीक के दम पर कई यूरोपीय देश दुनिया के सिरमौर बने बैठे है। हमे भी नयी शिक्षा निति के अनुरूप विज्ञान को रटने के बजाय आत्मसात करने की आवश्यकता है। हमें विकसित भारत बनाने के लिए शिक्षा को नवाचार, संस्कार एवं रोजगार से जोड़ना होगा। प्रतिकुलाधिपति डॉ. राजीव त्यागी ने कहा कि वेंक्टेश्वरा ने विज्ञान में शोध एवं अनुसंधान को बढावा दने के लिए अभी तक दुनिया के सौ से अधिक ख्याति प्राप्त अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों/ संस्थानो के साथ ’’शैक्षणिक अनुबन्ध’’ कर चुका है। हम रिसर्च को बढावा देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ‘‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’’ पर संस्थान के छात्र-छात्राओ ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। ंराष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के समापन पर संस्थान प्रबन्धन ने विजेता छात्र-छात्राओ को स्मृति चिन्ह व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. विश्वनाथ झा, डायरेक्टर डीन अकेडमिक अफेर्स डॉ. राजेश सिंह, डॉ. सी.पी. सिंह, डॉ. शहजादी खातून, डॉ. आशुतोष सिंह, डॉ. ओम प्रकाश गोसाई, डॉ. राहुल कुमार, अश्विन कुमार सक्सेना, डॉ. राजवर्धन, डॉ. सर्वनन्द साहू, डॉ. योगेश्वर प्रसाद शर्मा, डॉ. एल.एस. रावत, रीना जोशी, डॉ. स्नेहलता एवं डॉ. परमजीत कौर मेरठ परिसर से निदेशक डॉ. प्रताप सिंह मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि लोग उपस्थित रहे।