अंबेडकरनगर इस बार गेहूं की खरीद के लिए जिले के नौ विकास खंडों में राजकीय क्रय केंद्र एक मार्च से खोल दिए जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट पर किसानों का पंजीकरण कराया जा रहा है। खरीद नीति शासन की ओर से जारी कर दी गई है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में इस बार 150 रुपये की वृद्धि की गई है। नई क्रय नीति से किसानों को और भी कई फायदे होंगे। किसानों को सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए गांव-गांव जाकर अधिकारी प्रेरित करेंगे।जिले में पांच लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं। इसमें से अभी तक 9200 किसानों ने गेहूं विक्रय करने के लिए पंजीकरण कराया है। इस बार की नीति में लघु-सीमांत किसानों को 100 क्विंटल तक की बिक्री करने पर सत्यापन प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। इससे अधिक उपज की बिक्री करने वाले किसान का सत्यापन जरूरी होगा। पूर्व में आरोप लगते रहे हैं कि सत्यापन के नाम पर किसानों का शोषण किया जाता है। इसके साथ ही खरीद को गति नहीं मिल पाती थी। क्रय केंद्र पर तैनात प्रभारी को भी दिक्कतें होती थीं। इस व्यवस्था से उन्हें सुविधा होगी। वहीं बटाईदार किसानों को भी इस बार उपज केंद्रों पर बेचने का मौका दिया गया है। हालांकि, विभाग को अभी तक खरीद का लक्ष्य नहीं मिला है।रबी विपणन वर्ष 2025-26 में एमएसपी पर गेहूं खरीद योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 48 से 72 घंटे के भीतर पंजीकरण करवाकर आधार से जुड़े बैंक खातों में भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। सफाई, छनाई व उतराई के लिए श्रमिक शुल्क 20 रुपये प्रति क्विंटल की दर से उनके बैंक खाते में भेजा जाएगा। पंजीकरण, उपज बिक्री में समस्या आती है तो किसान कंट्रोल रूम नंबर 180180150 पर संपर्क कर सकते हैं।
एक मार्च से खुल जाएंगे क्रय केंद्र
एक मार्च से गेहूं क्रय के लिए बनाए गए 83 केंद्र खोल दिए जाएंगे। अब तक 9200 किसानों ने गेहूं बिक्री के लिए पंजीयन कराया है। किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। – संतोष कुमार द्विवेदी, डिप्टी आरएमओ
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