ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ में सूचना का अधिकार अधिनियम के एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अटल हॉल में किया गया।
भाषा विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति प्रो. जे पी पांडेय के नेतृत्व में सूचना का अधिकार अधिनियम के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के अटल सभागार में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाषा विश्वविद्यालय के कुलसचिव और प्रथम अपीलीय अधिकारी डॉ. महेश कुमार की उपस्थिति में संपन्न हुई।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पुष्पार्चन कर हुए। इसके बाद विधि संकाय की सहायक प्रोफेसर डॉ. दीक्षा मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए *राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम* ने विश्वविद्यालय को संबोधित करते हुए कहा कि सूचना का अधिकार आम आदमी का अधिकार है। सरकारी सूचना पाना आपका अधिकार है। लोकतंत्र के लिए अपीलीय और शिकायत जन सूचना के संदर्भ में अति आवश्यक है। कार्यशाला के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए *डॉ. राहुल सिंह, टीम हेड, आरटीआई ऑनलाइन एंड स्टेट रिसॉर्स पर्सन* ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिये आरटीआई के तहत सूचना प्राप्त कर सकते हैं। छात्र सूचनाओं के माध्यम से जागरूक हो सकते हैं। डॉ. सिंह ने सूचना की महत्ता पर बल देते हुए मास्टर की टू गुड गवर्नेंस की संकल्पना को आधार बताया। आपने सूचना को वस्तुनिष्ठ बताया और कहा कि सूचनाओं में आपके रिकॉर्ड, नक्शे, मॉडल आदि शामिल हो सकते हैं। इस एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के *कुलसचिव डॉ. महेश कुमार* ने वर्कशॉप के लाभ को बताते हुए इससे शिक्षित होने की बात कही। विद्यार्थियों को सूचना की महत्ता को रेखांकित किया। डॉ. कुमार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन भी ज्ञापित किया। एक दिवसीय कार्यशाला का धन्यवाद ज्ञापन *विधि संकाय के अध्यक्ष प्रो. मसूद आलम* ने किया। कार्यशाला का संचालन डॉ. रुचिता सुजॉय चौधरी ने किया। कार्यक्रम के दौरान भाषा विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी साजिद आज़मी, परीक्षा नियंत्रक डॉ. भावना मिश्रा, प्रो.सौबान सईद, प्रो. चन्दना डे, प्रो. एहतेशाम, प्रो. हैदर अली सहित विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और विद्यार्थी भारी तादाद मे उपस्थित रहे।