कई दिनों तक कब्रगाहों में मिट्टी डालकर और साफ सफाई कर किया चमाचम
महोबा । शब.ए. बरात पर्व को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग अपनी अपनी कब्रगाहों की साफ सफाई करने में जुटे हुए हैं। तमाम लोगों ने कब्रगाहों में उगी हरी घास, पेड़ पौधे, झाड़ झंकाड़ को फावडे़, खुरपी, कुल्हाड़ी से साफ सफाई करके कब्रगाहों को चमाचम कर दिया है। अपने बुजुर्गों की जमीदोज हो चुकी कब्रिस्तानों पर मिट्टी डालकर उन्हें कब्र का रूप दिया गया। एक सप्ताह से कब्रगाहों की सफाई में लोग परिवार के साथ जुटे हुए हैं।
शबे बरात त्योहार से पहले हर साल मुस्लिम समुदाय के लोग अपनी अपनी कब्रगाहों में जाकर साफ सफाई करते हैं और कब्रगाहों पर फूल अगरबत्ती लगाते हैं, जिससे उनकी रूहों को सूकून मिलता है। कब्रिस्तानों की साफ सफाई करने की परम्परा वर्षों से चली आ रही है। पहले उनके पूर्वज साफ सफाई करते थे, अब उनके परिवार के लोग नाती, पोते कब्रगाहों में साफ करते हैं, जिसके चलते लोग प्रतिदिन सुबह फावड़ा, गेंथी, कुदाली, खुरपी और कुल्हाड़ी लेकर पहुंचकर सफाई अभियान में जुट जाते हैं।
क्ब्रगाहों में अलग अलग परिवार के लोगों के झुंड कें झुंड सफाई करते दिखाई देते हैं। कब्रगाहों में अच्छी खासी भीड़ होने के कारण परिवार के लोगों का भी मन लगा रहता है, जहां पर पानी बगैरा का भी बेहतर इंतजाम किया जाता है। साल भर तक कब्रगाहों में झांकने न जाने वाले लोग शबे बरात पर्व के मौके पर परिवार के साथ पहुंचते हैं और साफ सफाई करके फातिहा पढ़ते हैं। शबे बरात पर्व के एक दिन पहले महिलाएं घरों की साफ सफाई करके फतिहा दिलाती हैं।
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