महोबा । जिले में ईरिक्शा और टेंपो चालकों की अराजकता के चलते आएदिन शहर के मुख्य मार्गों में जाम लग जाने से लोगो को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। लोग सड़कों में जाम खुलने के इंतजार में खड़े रहने से उनका काफी समय भी बर्बाद होता हैं, इतना ही नहीं आएदिन कोचिंग जाने वाले छात्र छात्राओं को भी जाम की समस्या से कारण लेट होना पड़ता है तो वहीं रोडवेज के बाहर सड़क पर डग्गामार वाहन चालक सवारियों को आस पास क्षेत्रों के बैठाकर ले जाने के कारण रोडवेज को राजस्व का नुकसान होता है बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारी और यातायात पुलिस टेंपो और ईरिक्शा चालकों पर लगाम नहीं लगा पा रही हैं।
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को अवैघ रुप चल रहे टेंपो स्टैंडों का बंद कराने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन इस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने आज तक कोई अमल नही किया है। जिसके चलते टेंपो, ईरिक्शा चालक अपनी मनमर्जी से जहां चाहते हैं वहीं पर सड़क किनारे टेंपो और ईरिक्शों को खड़ा करके अपना टेंपो स्टैंड संचालित कर लेते है, जिसका खामियाजा सड़क किनारे बनी दुकानों के दुकानदारों को भुगतना पड़ता है। कारण, ईरिक्शा और टेंपो चालक दुकानों के आगे टेंपों खड़ी कर देते हैं, जिससे ग्राहकों को दुकानों तक पहुंचने परेशानी होने की वजह से वह आगे चले जाते और आएदिन दुकानदारों और टेंपो संचालकों के बीच झगड़ा होता रहता है।
कुछ यही हाल जिला अस्पताल के सामने और रोडवेज के पास का हे जहां पर डग्गामार वाहन व टेंपो चालक वाहनों को खड़ा कर करके सवारियां भरते हैं। इससे यात्री रोडवेज बसों का इंतजार न करके टेंपो में बैठकर चरखारी, कबरई, कुलपहाड़, खन्ना, खरेला, पनवाड़ी, श्रीनगर आदि कस्बों की यात्रा करते हैं, इससे रोडवेज को भारी राजस्व का नुकसान होता है। रोडवेज के चालकों परिचालकों द्वारा विरोध करने पर टेंपो चालक झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं। पुलिस प्रशासन इस पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।
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