ललितपुर। आधा दर्जन ग्रामीण अंचलों के सत्तर फीसदी से अधिक लोग खेती-बाड़ी करने के लिए जिस मार्ग से गुजरते हैं, वह मार्ग ठीक न होने और इसी मार्ग से अब हाई-वे पर जमा होने वाला पानी निकालने के लिए बनायी जा रही नालियों के पहले पक्का मार्ग निर्माण और जल निकासी की समुचित व्यवस्था कराये जाने की मांग उठायी गयी है। इस सम्बन्ध में नाराहट के ग्राम गौना से जुड़े कई ग्रामीण अंचलों के किसानों ने लामबंद होकर एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजा है। ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि 5 सितम्बर 2019 को इसी समस्या के निस्तारण को लेकर स्थानीय सांसद को भी पत्राचार किया गया था, लेकिन आज तक कार्यवाही नहीं हुयी।
गौरतलब है कि तहसील पाली के थाना नाराहट अन्तर्गत आने वाले ग्राम सरखड़ी, झरावटा, बछरई इत्यादि ग्रामीण अंचलों से मुख्यालय पहुंचे किसानों ने डीएम को ज्ञापन भेजकर अवगत कराया कि आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण अंचलों के किसान इस सम्पर्क मार्ग के जरिए अपने-अपने खेतों पर कृषि कार्य के लिए जाना पड़ता है। बताया कि इस रास्ते को पक्का निर्माण कराये जाने के लिए पूर्व में कई बार पत्राचार किया गया, लेकिन सड़क निर्माण नहीं कराया गया। इतना ही नहीं किसानों ने यह भी बताया कि इस सम्बन्ध में स्थानीय सांसद अनुराग शर्मा को भी पत्राचार किया गया था, जिसके बाद आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। उक्त रास्ते का नक्शा भी संलग्न करते हुये किसानों ने बताया कि हाल ही में फोर लेन (हाई-वे) से पानी की निकासी के लिए नाली बनायी जा रही है, जिसका पानी उक्त रास्ते के जरिए ही जायेगा। ऐसी स्थिति में उक्त सम्पर्क मार्ग की हालत और भी अधिक खराब हो जायेगी। किसानों ने हाई-वे के पानी को इस रास्ते से न निकाले जाने और सम्पर्क मार्ग को पक्का निर्माण कराये जाने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय जिला बार एसोशियेशन के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश घोष एड., घनश्यामदास कुर्मी, करन सिंह, नरेन्द्र सिंह, सोन सिंह, रामऔतार, मोहन लाल, धनीराम साहू, रविन्द्र घोष एड., संतोष साहू, मातादीन बरार, खचोरे अहिरवार, कुन्जन सिंह, भावेन्द्र, विन्द्रावन, रमेश, रामेश्वर, धर्मेंद्र, चोखेलाल, घनश्या, ढुलुवा, खिलान अहिरवार, सरमन अहिरवार, नरेन्द्र कुमार, सुनू, ऋषिराज घोष, खिलान, चन्द्रभान, रामसेवक निरंजन, मुलायम सिंह, सुकलाल अहिरवार, जगत सिंह, शेर सिंह, माधवेन्द्र, अरविन्द तिवारी, राजेश, छक्कीलाल, हुकुम सिंह, नारायणदास, रमेश, राजीव कुमार, सानू खां, लखनलाल अहिरवार, राधेलाल, राममिलन, धरमपाल, अमित सिंह, जयप्रकाश, जयराम, दिनेश, गंगाधर, उस्मान, देवेन्द्र, प्रमोद, जसपाल सिंह, लखनसिंह, किशोरी, संजय सिंह, सोनू निरंजन, मनोहर, रामू, चतुर्भुज, संजय, राजू सेन, कैलाश, बद्रीप्रसाद, गनेश प्रसाद, रामचरन, सुरमनलाल निरंजन के अलावा अनेकों किसान मौजूद रहे।