पाकिस्तानी शुमायला की कहानी: जिसने फर्जीवाड़ा कर पाई नौकरी, अब होगी वेतन की वसूली; मां भी थी शिक्षक

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रामपुर के बजरोही टोला में गली नंबर चार में रहने वाली पाकिस्तानी शुमायला बरेली के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में तैनात थी। उसे अक्तूबर में निलंबित किया गया था। जांच में उसका निवास प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया। इस पर विभाग ने उसकी सेवा समाप्त कर दी।
बरेली में फर्जी दस्तावेज लगाकर सहायक अध्यापक पद पर नौकरी पाने वाली फुरकाना उर्फ शुमायला खान को बर्खास्त कर दिया गया है। वह फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में तैनात थी। उसके खिलाफ फतेहगंज पश्चिमी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक शुमायला खान को वर्ष 2015 में तैनाती मिली थी। विभाग ने वेतन आदि भत्ते की रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इस संबंध में विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी को बीएसए ने पत्र भेजा है। उधर, फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी भानु शंकर गंगवार ने उसके खिलाफ फतेहगंज पश्चिमी थाने में धोखाधड़ी से नागरिकता छिपाने व फर्जी दस्तावेज से नौकरी हासिल करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार निलंबित शिक्षिका शुमायला खान की ओर से मांगे गए स्पष्टीकरण में बताया गया था कि उसकी मां माहिरा बेगम पाकिस्तान से वर्ष 1981 में भारत आई थीं, तब शुमायला दो वर्ष की थी। 1985 में मां की दूसरी शादी हुई थी। 1992 में मां रामपुर के एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका के पद पर नियुक्त हुईं थी।
वर्ष 2007 में माहिरा बेगम को रामपुर की पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में आवास आवंटित हुआ था। शुमायला की पढ़ाई रामपुर में हुई। शुमायला ने बीएड मीरगंज के राजेंद्र प्रसाद डिग्री कॉलेज से किया था। हालांकि, निवास प्रमाणपत्र कूटरचित मिलने पर शुमायला खान की सेवा समाप्त कर बीएसए संजय सिंह ने रिपोर्ट बेसिक शिक्षा विभाग के लखनऊ मुख्यालय को भेज दी गई है।
बरेली के बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से वर्ष 2015 से तैनाती के दौरान तक जारी वेतन आदि भत्ते की रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी को बीएसए ने पत्र भेज दिया गया है।
ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा
शुमायला की की नागरिकता को लेकर शिकायत की गई थी। आरोप था कि वह पाकिस्तानी नागरिक है। इस मामले में विभाग ने उसके निवास प्रमाणपत्र का सत्यापन कराया था। एसडीएम सदर रामपुर की जांच में साफ हुआ कि शुमायला का यह प्रमाणपत्र त्रुटिपूर्ण है, इसे बनवाने में जानकारी छुपाई गई है और शुमायला वास्तव में पाकिस्तान मूल की है।
बरेली के एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि फतेहगंज पश्चिमी के खंड शिक्षा अधिकारी ने शुमायला खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें आरोप लगाया कि शुमायला ने कूटरचित निवासपत्र के आधार पर सहायक अध्यापक पद पर नौकरी प्राप्त की है। इस मामले की जांच कराई जा रही है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
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