बाबा साहब अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में देर शाम छात्रों ने निकाला कैडेल मार्च
लखनऊ। रोहित वेमुला को दुनिया से गए लगभग 9 साल हो गए, लेकिन आज भी रोहित की यादें,उनका संघर्ष छात्रों की प्रेरणा का स्रोत बना हुआ। बीबीएयू के दलित छात्र संगठन एयूडीएसयू ने रोहित वेमुला की याद में संगोष्ठी आयोजित की।छात्रों ने देर शाम कैंडल मार्च किया और रोहित वेमुला को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अम्बेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स यूनियन की ओर गौतम बुद्ध केंद्रीय पुस्तकालय से छोटी अम्बेडकर प्रतिमा तक कैंडल मार्च निकाला गया।मार्च में छात्रों ने जमकर जय भीम के नारे लगाए।कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ शामिल हुए। गौरतलब हो कि रोहित वेमुला ने 17 जनवरी 2016 को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के एक कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी।इसके बाद इसे लेकर सड़क से संसद तक खूब प्रतिरोध और हंगामा हुआ।देश भर में छात्रों का बड़ा आंदोलन देखा गया। कई लोगों ने इस आत्ममहत्या को ‘संस्थागत हत्या’ और ‘अकादमिक समुदाय की क्रूर कायरता’ करार दिया तो वहीं सरकारी रिपोर्ट नेे रोहित के निजी कारणों को उसकी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार माना।एयूडीएसयू द्वारा आयोजित वैचारिक संगोष्ठी में चित्रांशु भास्कर ने कहा कि बाबासाहेब के मानने वाले लोग है। हम संविधान के अनुरूप कार्य करते रहेंगे।प्रियंका राव ने कहा हमारा संगठन मज़बूत है, हम लोग बाबा साहेब के विचारों पर चलते है।प्रभात कुमार गौतम ने कहा कि विवि में बहुजन छात्रों के बढ़ने सुअवसर है। हमें पढ़ाई के साथ संघर्ष करने की जरुरत है।गौरव वर्मा ने कहा कि देश बाबासाहेब के संविधान से चलेगा। हमें हार नहीं मानना है, हमें सिस्टम और सरकार से डटकर मुकाबला करना है।सुशील कुमार, विवेक कुमार निर्मल, सिद्धार्थ, रतन दीप, नीलेश कुमार, शगुन सिंह आदि मौजूद रहे।
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