ललितपुर। गुरुवार को एलयूसीसी में रकम जमा कर ठगे जाने का आरोप लगाते हुये ठगी पीडि़तों की आवाज संगठन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एलयूसीसी व अन्य चिटफंड कंपनियों के अभिकर्ताओं के उत्पीडऩ को रोकने की मांग की और चिटफंड कंपनियों से पीडि़तों का भुगतान गारंटी कानून के तहत कराए जाने की अपील की। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश सिंह के नेतृत्व में 100 से अधिक कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया और उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि कई चिटफंड कंपनियों ने अनियमित जमा योजनाओं और पोंजी स्कीम्स के तहत लोगों से पैसे जमा कराए थे, जिन्हें भारत सरकार और राज्य सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था। संगठन ने सरकार से ठगी पीडि़तों के जमाधन की वापसी के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपील की। इस बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि सरकार ने अतिरिक्त जिलाधिकारी राजस्व एवं वित्त को जमाकर्ता हित संरक्षण अधिकारी नियुक्त किया है और विभिन्न जिलों में भुगतान के लिए पटल व विंडो खोले गए हैं। हालांकि, कुछ निवेशक अभी भी अपने आवेदन सक्षम अधिकारियों के पास नहीं दे रहे हैं, जिससे अभिकर्ताओं पर नाजायज दबाव डाला जा रहा है। संगठन ने बताया कि कुछ पुलिसकर्मी भी चिटफंड कंपनियों के अभिकर्ताओं को उत्पीडि़त कर रहे हैं, जिससे वे आत्महत्या तक के कदम उठा रहे हैं या अपने घरों से पलायन कर रहे हैं। सभी चिटफंड कम्पनियां बंद हो चुकी हैं और उनके प्रबंधक जेलों में हैं या फरार हैं, लेकिन इसके बावजूद एजेंट्स को परेशान किया जा रहा है। संगठन ने सरकार से मांग की है कि ठगी पीडि़तों को समुचित भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और एजेंटों का उत्पीडऩ रोका जाए। प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष अर्चना, महासचिव अमजद खान, रामचरन, सियाराम, दिलीप, सन्तोष कुमार, महेंद्र, मनोज, अजय, बाबूलाल, सोनू, मुकेश, नरेश, सलमान खान, खुशीलाल, जगदीश, सुरेश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
एलयूसीसी से ठगे गये निवेशकों ने उठायी रुपये वापस कराने की मांग
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