कांटो के संग रहकर फूलों ने मुस्कुराना हमें सिखाया है

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नूतन वर्ष के मौके पर कवि सम्मेलन व मुशायरा सम्पन्न
 
ललितपुर। नूतन वर्ष के आगमन एवं बीते वर्ष की विदाई के अवसर पर कौमी एकता की प्रतीक साहित्यिक संस्था हिंदी उर्दू अदवी के तत्वाधान में वरिष्ठ कवि काका ललितपुरी के निवास पर एक कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक क्रांतिकारी ने की एवं सफल संचालन संस्था के अध्यक्ष रामकृष्ण कुशवाहा एड. ने किया। उन्होंने देशवासियों को नए वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए ईश्वर से देश में अमन चैन की कामना करते हुए खूबसूरत शेर पढ़ते हुए कहा कि कांटो संग रहकर मुस्कुराना हमें सिखाया है, नया साल नई उम्मीद का नया सवेरा लाया है। रामचरण नामदेव अनुरागी ने गीत पेश करते हुए कहा चांदनी में धवल हो गई चांद मुस्कुरा गया। नया वर्ष खुशियां लेकर आ गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कामना है मेरी शुभकामना है सबके लिए अब के बरस ऐसा गीत होना चाहिए। राधेश्याम ताम्रकार ने रचना पेश करते हुए कहा कि नए साल की आ गई शुभ घड़ी है मुबारकबाद की है लगी है अब झडी है। महिला शक्ति की ओर से एक मात्र महिला कवित्री सुमनलता शर्मा चांदनी ने रचना पेश करते हुए कहा कि गमों पे हो भारी अब खुशियों का साया। नया साल आया नया साल आया। काका ललितपुरी ने नव वर्ष की शुभकामना देते हुए कहा स्वागत है 25 का विदा हुआ 24को गाल फुलाए है, कोऊ काडरो खीस। किशन सिंह बंजारा ननव वर्ष का स्वागत करते हुए कहा कि आओ गुणगान करें मानव का सम्मान करें आया नया वर्ष है उसकी पहचान करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अशोक क्रांतिकारी ने रचना पेश करते हुए कहा बीज खेत से भूख तक पुहँचे। नूतन वर्ष एक संकल्प होना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.डा.मनमोहन सिंह के निधन पर संस्था के द्वारा 2 मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। कार्यक्रम में परिचय नामदेव, अरविंद नामदेव, अनुराग सिंह, अशोक, मलखान सिंह, राजाराम खटीक एड., मनीष कुशवाहा, रामसेवक कुशवाहा, रोहित कुशवाहा, देवी लीला मां, मीरा नामदेव, अर्चना एड., बृजेश श्रीवास्तव आदि श्रोतागण उपस्थित रहे।
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