ललितपुर। झांसी प्रयागराज क्षेत्र के शिक्षक विधायक डा.बाबूलाल तिवारी के मुख्य आतिथ्य में संगोष्ठी व परिषदीय शिक्षा में 20 वर्ष से अधिक की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षकों के सम्मान का कार्यक्रम नालंदा डिजिटल लाइब्रेरी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए शिक्षक विधायक डा.बाबूलाल तिवारी ने कहा कि आज वर्तमान में केंद्र में ऐसे प्रधानमंत्री विराजमान है जो न केवल अपनी लोकप्रियता से पार्टी को अधिक से अधिक सीटे जिताते हैं बल्कि भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को नई ऊंचाइयां देने के लिए भी सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच के तहत वर्ष 2022 वीर बाल दिवस मनाया जाने के निर्देश दिए गए जिससे नई पीढ़ी अपने गौरवशाली अतीत को जान सके। कहा कि वीर बालक जोरावर सिंह और फतेह सिंह हंसते-हंसते अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए दीवार में चुने गए, उनके द्वारा छोटी सी आयु में राष्ट्र होने सदैव कृतज्ञता से याद करेगा। आज आवश्यकता है की नई पीढ़ी के युवा न केवल उन आदर्शों का को जाने बल्कि उनका अनुकरण कर राजस्थान में योगदान दे। शिक्षक विधायक ने कहा जाने अनजाने न केवल हम राष्ट्रीय स्तर के बाल की बुंदेलखंड के भी कई गौरवशाली धरोहरों के योगदान को भूल चुके महाराजा छत्रसाल, महारानी लक्ष्मीबाई के जीवन के प्रसंग के गौरवशाली उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि बुंदेललो हरबोलों के मुकी सुनो कहानी बुंदेली की वाणी में पानी दार यहां का पानी आग यहां के पानी में व महाराजा छत्रसाल की के सम्मान में लिखी गई पंक्तियों के छत्तातेरे राज्य में धक-धक धरती होय, जित जित घोड़ा मुख करें यहां फत्तेह होय, पर श्रोताओं में खूब तालियां बजायी। राजकीय शिक्षक संघ के प्रान्तीय महामंत्री केदारनाथ तिवारी ने युवाओं से नई तकनीक का प्रयोग करते हुए भारतीय संस्कृति से अधिक से अधिक परिचित होने का आह्वान किया। भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी देवेंद्र गुरु ने बुंदेलखंडी इतिहास के गुमनाम सेनानियों का परिचय कराया। गौरव ने युवाओं से आह्वान किया भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण काल में अपनी पूरी ऊर्जा से योगदान दें इस अवसर पर परिषदीय विद्यालयों में 20 वर्ष से अधिक की गौरवपूर्ण सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षक आलोक श्रीवास्तव, अखिलेश गोस्वामी, राजीव शर्मा, अशोक श्रीवास, प्रफुल्ल जैन, सुनील पुरोहित को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ओम शंकर श्रीवास्तव, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष हरिहर नारायण तिवारी, देवेंद्र रावत, अनंत तिवारी, राजा महेंद्र सिंह, रूपेश साहू आदि सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष डा.हेमंत तिवारी ने किया।
भारतीय संस्कृति की सुरक्षा व बुंदेली संस्कृति के उत्थान में योगदान में शिक्षक
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