Wednesday, May 14, 2025
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HomeMarqueeबाल वैज्ञानिकों के सामूहिक मिलन का महासागर बन गया इटावा महोत्सव पंडाल

बाल वैज्ञानिकों के सामूहिक मिलन का महासागर बन गया इटावा महोत्सव पंडाल

विज्ञान मेले में पहले दिन 5000 बाल वैज्ञानिकों ने किया प्रतिभाग
इटावा। इटावा महोत्सव में मंगलवार को दो दिवसीय विज्ञान मेले का आयोजन किया गया।खचाखच भरे प्रदर्शनी पंडाल में जिले के एक सैंकड़ा से अधिक विद्यालयों के 5000 से अधिक बच्चों ने विज्ञान मॉडल के जरिए अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एंकर व पत्रकार सौरभ द्विवेदी,डीएम अवनीश राय, एसएसपी संजय कुमार वर्मा,डीएफओ अतुल कांत शुक्ला,सीडीओ अजय कुमार गौतम,एडीएम अभिनव रंजन श्रीवास्तव, डीआईओएस मनोज कुमार कार्यक्रम संयोजक सीबीएसई सिटी कोर्डिनेटर डॉ॰ आनंद डॉक्टर मुकेश यादव ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित व फीता काटकर किया।कार्यक्रम का शुभारंभ संत विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के साथ किया।डीआईओएस मनोज कुमार, सीबीएसई के सिटी कोऑर्डिनेटर व संत विवेकानंद के प्रधानाचार्य डॉ.आनंद व सह जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ.मुकेश यादव के तत्वावधान में वैज्ञानिक प्रतिभाओं को खोजने के लिए विज्ञान प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ आनंद ने अतिथि गणों का माल्यार्पण एवं शाल उड़ाकर, प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत अभिनंदन किया।कार्यक्रम संयोजक डा.आनन्द ने सौरभ द्विवेदी के सम्मान में अभिनंदन पत्र पढ़कर उनको भेंट किया।
 उन्होंने पंडाल में सजाए गए विभिन्न मॉडलों का निरीक्षण भी किया।मास्टर क्लास विद सौरभ कार्यक्रम में लल्लनटॉप शो के प्रस्तोता सौरभ द्विवेदी ने इटावा की भाषा में अपने भाषण की शुरुआत की।उन्होंने कहा कि अपनी बोली,भाषा,जन्मभूमि से प्यार करें और उन पर गर्व करें क्योंकि वह हमारी माँ की तरह प्यारे हैं।अपना आत्मसम्मान बचा के रखना होगा फालतू का घमंड नहीं करना होगा।उन्होंने बताया कि इतिहासकारों से पूछा,दार्शनिकों से पूछा अध्यापकों से पूछा अज्ञानता क्या है बहुत अलग-अलग जवाब मिले फिर पता चला न जानने का दम्भ ही अज्ञानता हैं।
संत विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रधानाचार्य डॉ आनंद ने बताया कि दो दिवसीय विज्ञान मेले में 2500 से अधिक चलित व अचलित मॉडल सजाए गए हैं यह आयोजन इटावा महोत्सव की वैज्ञानिक खोज को बढ़ावा देने के लिए प्रारंभ किया गया है और प्रतिवर्ष इसमें प्रतिभाग करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ती जा रही है।उन्होंने कार्यक्रम में शामिल सभी अतिथियों व विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
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