ललितपुर। जिला जज/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आलोक कुमार पाराशर की अध्यक्षता में सभागार कक्ष संविधान दिवस के अवसर पर शिविर का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम जनपद न्यायाधीश द्वारा मां सरस्वती का माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवल किया गया। इस अवसर पर जिला जज आलोक कुमार पाराशर, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय नन्दप्रताप ओझा, डीजीसी राजेश दुबे, नेमीचन्द्र ने 26 नवम्बर, 1949 का दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखता है। क्योंकि इसी दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अपनाया था। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, और इसे हम अपने देश के राजनीतिक और सामाजिक ढांचे का आधार मानते हैं। यह न केवल हमारे अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि हर नागरिक को समानता, स्वतंत्रता और न्याय प्राप्त हो। संविधान दिवस पर अन्य वक्ताओं द्वारा विस्तृत प्रकाश डाला गया। अन्त में संविधान दिवस की प्रस्तावना की शपथ भी ली गयी। इस दौरान एडीजे (प्रथम) गुलाब सिंह, एडीजे (एस.सी./एस.टी.एक्ट) यादवेन्द्र सिंह, एडीजे (पॉक्सो) नवनीत कुमार भारती, एडीजे (एफ.टी.सी.) रचना, सिविल जज (सी.डि.-एफ.टी.सी.) रविशंकर गुप्ता, जिला बार एसोशियेशन अध्यक्ष बृजेन्द्र सिंह यादव सहित अन्य अधिवक्तागण एवं न्यायालय परिवार के कर्मचारीगण उपस्थित रहें। एडीजे/सचिव यशवन्त कुमार सरोज ने शिविर का संचालन कर सभी का आभार जताया।
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विधिक शिविर में संविधान दिवस का महत्व बताया
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