43वीं सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी बानगंगा द्वारा सीमावर्ती ग्रामीणों के रोजगार सृजन हेतु मधुमक्खी पालन कार्यशाला का किया गया आयोजन।
सोमवार को 43वीं सशस्त्र सीमा बल की सशस्त्र सीमा चौकी बानगंगा परिसर में मधुमक्खी पालन कार्यशाला का किया गया आयोजन। भारत- नेपाल सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ सीमावर्ती गाँवो मे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु अनेक जनकल्याणकारी कार्यक्रम जैसे ग्रामीणों को कौशल विकाश के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने, ग्रामीणों के मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने, खेल-कूद के क्षेत्र में युवाओं को आगे बढ़ाने तथा शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को अपने देश के ऐतिहासिक, शैक्षणिक संस्थाओं व संस्कृति से रु-ब-रु होने का अवसर प्रदान करने जैसे कल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है I इसके साथ ही एसएसबी ने नशा मुक्त भारत अभियान, स्वच्छता अभियान आदि को संचालित कर सीमावर्ती लोगो को जागरूक करने तथा उक्त अभियानों में लोगो की भागीदारी कर भाई चारे के वातावरण को कायम रखती आ रही है 43वीं वाहिनीं द्वारा लगातार सीमाक्षेत्र के छात्राओं को मार्गदर्शन कर सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को साइबर क्राइम, मानव तस्करी, बाल श्रम आदि के बारे में जागरूक करने हेतु प्रयासरत रही है Iइसी क्रम में सोमवार को 43वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल की सीमा चौकी बानगंगा में मधुमक्खी पालन पर कार्यशाला का आयोजन कर सीमावर्ती ग्रामीणों को वैज्ञानिक तकनीक से मधुमक्खी पालन के बारे में प्रशिक्षित किया गया जिससे प्रशिक्षण प्राप्ति के पश्चात सीमावर्ती ग्रामीण इसे व्यवसाय के रूप में अपनाकर रोजगार के अवसर का निर्माण कर सके इस प्रशिक्षण में सीमा क्षेत्र के डोहरिया बुजुर्ग,इटवा भाट, बगुलहवा,खोरिया,अकबरपुर,परसौना आदि गाँवों से कुल 10 ग्रामीणों को प्रशिक्षण कराया गया। इस दौरान एएसआई महावीर चौहान,एसआई चन्द्रवर्मन,जीडी विनायक,मुरत कुमार, पंकज कुमार,व ग्रामीण विन्देश्वरी, रामधनी, सुनील, धर्मेन्द्र शर्मा, जवाहिर ठाकुर, अब्दुल हुसैन,अकबर, मुस्ताक अहमद,शमी, सहदेव तिवारी आदि लोग मौजूद रहें।
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