वन विभाग चित्तौड़गढ़ की टीम ने शनिवार सुबह कार्रवाई के दौरान एक ट्रक से करीब सात टन वजनी खेर की गीली लकड़ी पकड़ी है। इसका अनुमानित मूल्य करीब सात लाख रुपये बताई जा रही है। ट्रक का चालक नाकाबंदी तोड़ कर भागा था, जिसे वन विभाग की टीम ने पीछा कर रुकवाया। लेकिन चालक ट्रक को हाईवे पर छोड़ फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि एक ट्रक में खेर की लकड़ी के परिवहन की सूचना मिली थी। इस पर उपवन संरक्षक विजय शंकर पांडे के निर्देश पर टीम का गठन कर वन विभाग की टीम उदयपुर-चित्तौड़गढ़ सिक्सलेन स्थित मंगलवाड चौराहे पर पहुंची। डूंगला की ओर से आने वाले एक ट्रक पर नजर रखी जा रही थी। सूचना के मुताबिक डूंगला की और से ट्रक आता दिखाई दिया, जिसे रोकने का इशारा किया। लेकिन ट्रक का चालक नाकाबंदी तोड़ते हुए वाहन को चित्तौड़गढ़ हाईवे की तरफ भाग कर ले गया। इस पर वन विभाग की टीम ने पीछा कर उदयपुर-चित्तौड़गढ़ सिक्सलेन पर पीछा किया। चालक ट्रक को सड़क किनारे ही छोड़ कर खेतों से होता हुआ भाग निकला। वन विभाग की टीम ने इस ट्रक की तलाशी ली। इसमें खेर की गीली लकड़ी बरामद हुई। इसका वजन सात टन के आस-पास निकला है। बड़ी बात यह है कि खेर की गीली लकड़ी को छील कर तस्करी की जा रही थी। ऐसे में किसी आरा मशीन से लाने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल वन विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। मौके पर क्षेत्रीय वन अधिकारी राजेंद्र चौधरी के अलावा वनपाल मांगीलाल मीणा, वनरक्षक नंदलाल, श्रवणराम व रामचंद्र तेली की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। प्रारंभिक रूप से यह खेर की लकड़ी दिल्ली एवं हरियाणा की गुटखा फैक्ट्री में ले जाने की आशंका है। फिलहाल वन विभाग की टीम ट्रक नंबर के आधार पर मामले की जांच में जुटी हुई है।