कनखल थाना क्षेत्र के जगजीतपुर इलाके में हाथियों का आबादी में होकर गुजरना लगातार जारी है। ऐसे मौके पर हाथियों के रास्ते में आकर लोगों का उन्हें विचलित करना मानव वन्यजीव टकराव को दावत दे रहा है। यहां गुरुवार देर शाम भी एक हाथी सड़क पर निकल आया लेकिन उसने किसी को कुछ नहीं कहा और जंगल की ओर निकल गया। इसी दौरान लोग तमाशबीन की तरह शोर मचाते हुए, टार्च लेकर उसकी ओर भागने लगे, जिससे हाथी क्रोधित भी हुआ।
दरअसल जगजीतपुर क्षेत्र हाथियों का पारंपरिक गलियारा है। लेकिन अब यहां पूरा शहर बस गया है, जिससे हाथियों को आवागमन में अब मानवीय हस्तक्षेप से जूझना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार से कोटद्वार तक का क्षेत्र दक्षिण एशियाई हाथियों का अंतिम प्राकृत आवास है। इससे ऊपर के वनों में हाथी नहीं मिलते। लेकिन हाथियों के आवागमन के प्राकृतिक गलियारे में आबादी बसने और इस कारण होने वाले मानवीय दखल से शिवालिक के इस वन क्षेत्र में जहां हाथियों का जीवन संकट में है, वहीं हाथियों के आबादी क्षेत्र में घुसने के कारण मानवीय जीवन के लिए भी खतरा बन गया है।