मध्य प्रदेश में बारिश का दौर थम चुका है। प्रदेश में कहीं भी बारिश के कोई आसार नहीं है। ग्वालियर-चंबल से मानसून की विदाई हो चुकी है। उज्जैन और इंदौर संभाग से मानसून की विदाई आज शुक्रवार को हो सकती है। इसके बाद 2-3 दिन में उज्जैन, इंदौर, भोपाल और नर्मदापुरम से भी मानसून विदा हो जाएगा। सबसे आखिरी में पूर्वी हिस्से यानी- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग से मानसून विदा होगा। प्रदेश में पिछले 2 साल से नवरात्रि और दशहरे पर बारिश हो रही है लेकिन इस बार ऐसा होने का अनुमान नहीं है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि आज शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) सक्रिय हो रहा है। इसका असर अगले एक-दो दिन में मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में दिखाई देगा इसलिए यहां मानसून की विदाई देरी से होगी। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग के 6 जिले ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर से मानसून की विदाई की घोषणा कर दी है। इसके बाद इन जिलों में गर्मी का असर भी बढ़ा है। गुरुवार को ग्वालियर में पारा 36.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। अन्य जिलों में भी गर्मी का असर दिखा।
मानसूनी सीजन खत्म होने के बीच प्रदेश में गर्मी का असर भी बढ़ रहा है। गुरुवार को गुना में पारा सबसे ज्यादा 36.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। ग्वालियर-खजुराहो में 36.6 डिग्री, रीवा, दमोह, भोपाल, टीकमगढ़, जबलपुर और सतना में पारा 35 डिग्री सेल्सियस के पार ही रहा। हालांकि, अब रातें ठंडी होने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश में कहीं भी बारिश होने का अनुमान नहीं है। आसमान के साफ रहने से गर्मी का असर बढ़ा हुआ रहेगा।