बस्तर जिला मुख्यालय के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में कायर्रत गार्ड्स का आरोप है कि, नई संस्था बीआईएस ने उन्हें काम से निकाल दिया है। संस्था की सुपरवाइजर ने उनसे कहा कि चित्रकाेट विधायक उनकी जेब में हैं, 10 लाख रुपये में उन्हें खरीद लिया गया है, इसलिए वे इस मामले में कुछ नहीं करेंगे। इसके बाद मेडिकल कॉलेज के गार्ड्स सीधे चित्रकाेट विधायक विनायक गाेयल के पास पहुंचे और उनसे कहा कि आपने हमारे साथ आखिर ऐसा क्यों किया ? आक्रोशित गार्ड्स ने चित्रकाेट विधायक से जवाब मांगते हुए आज गुरुवार काे एक ज्ञापन चित्रकाेट विधायक विनायक गाेयल काे साैंपा है।
इस पर चित्रकाेट विधायक विनायक गाेयल ने कहा कि मेरे ऊपर लगे सारे आरोप गलत हैं। मैंने गार्ड्स और बीआईएस कंपनी के लोगों को बुलाया है। आमने-सामने बैठकर उनसे सीधी बात करूंगा, लेकिन पैसे लेने वाली बात झूठी है, मेरा मेडिकल कॉलेज में कायर्रत गार्ड्स एवं वहां की ठेका कंपनी से काेई लेना-देना नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2-3 दिन पहले डिमरापाल मेडिकल कॉलेज से निकाले गये गार्ड्स चित्रकोट विधानसभा से भाजपा विधायक विनायक गोयल से मिलने गए थे। गार्ड्स उनके चैंबर में जमकर बरसे। गार्ड्स ने विधायक विनायक गोयल से कहा कि काम से निकालकर बीआईएस कंपनी उनका जीवन बर्बाद कर रही है। ऐसे में उनकी और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति और दयनीय हो जाएगी, वे बेरोजगार हो जाएंगे, उनका साथ आप भी दे रहे हैं। गार्ड्स ने इसका वीडियो भी बना लिया, विधायक से बातचीत करते हुए उनका वीडियो अब वायरल हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी कर रहे करीब 50 से 60 गार्ड को नौकरी से निकाल दिया गया है। निकाले गये सभी गाडर्स अब तक सीडीओ कंपनी के जरिए काम पर लगे थे। इनका आरोप है कि जब सीडीअेा की अवधि पूरी हुई तो नई कंपनी बीआईएस आ गई। अब इस कंपनी ने इन्हें ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है। इनकी जगह नए लोगों की भर्ती की जा रही है। इनका कहना है कि अब हम फिर से बेरोजगार हो गए हैं। लंबे समय से काम कर रहे हैं इसलिए पहली प्राथमिकता हमें मिलनी चाहिए।