बांग्लादेश ने संयुक्त राज्य अमेरिका से कहा है कि रोहिंग्या संकट का समाधान करना जरूरी है। बांग्लादेश ने स्थायी समाधान खोजने के लिए मूल कारण को जानने पर जोर दिया है। बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीमुद्दीन ने रविवार को दौरे पर पहुंचे अमेरिकी उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करने के बाद राज्य अतिथि गृह पद्मा में देररात संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, “हमने उनसे कहा कि इस मुद्दे को हल किया जाना चाहिए। हमने मूल कारण को तलाशने पर पर जोर दिया। जशीमुद्दी ने कहा कि रोहिंग्या संकट पर अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश की भूमिका की सराहना की है।
बांग्लादेश के प्रमुख अखबार ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश ने हालिया घटनाक्रम पर अमेरिकियों का ध्यान आकर्षित किया। हाल ही में 8,000 से अधिक रोहिंग्याओं ने बांग्लादेश में प्रवेश किया है। बांग्लादेश में पहले से ही कॉक्स बाजार और भासन चार में 1.2 मिलियन से अधिक रोहिंग्या रह रहे हैं। बांग्लादेश के विदेश सचिव ने अमेरिकी ट्रेजरी विभाग में अंतरराष्ट्रीय वित्त के सहायक सचिव ब्रेंट नीमन के नेतृत्व में छह सदस्यीय अंतर-एजेंसी अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल, अमेरिकी विदेश विभाग के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव डोनाल्ड लू के साथ मुलाकात की। इस दौरान पद्मा नदी और द्विपक्षीय हित के मुद्दों पर चर्चा हुई।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रैंडन लिंच और यूएसएआईडी की उप सहायक प्रशासक अंजलि कौर भी शामिल थीं।
विदेश सचिव ने कहा कि बांग्लादेश ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न सुधारों पर अंतरिम सरकार द्वारा पहले ही उठाए गए कदमों की जानकारी दी। वित्तीय क्षेत्र और राजस्व सुधार, मुद्रा प्रबंधन, व्यापार और निवेश, जलवायु परिवर्तन, कानून प्रवर्तन सुधार और रोहिंग्या मानवीय प्रतिक्रिया सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक में आर्थिक संबंध प्रभाग के सचिव, राष्ट्रीय राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष, वाणिज्य सचिव, श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव के साथ-साथ गृह मंत्रालय और बांग्लादेश बैंक के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इससे पहले, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस, विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन और वित्त सलाहकार डॉ. सालेहुद्दीन अहमद से शिष्टाचार मुलाकात की।