सत्तारूढ़ गठबंधन को प्रतिनिधि सभा के डिप्टी स्पीकर इन्दिरा राना मगर के खिलाफ महाभियोग लाने का रास्ता साफ हो गया।गठबंधन ने इसके लिए दो तिहाई सांसदों के हस्ताक्षर जुटा लिए हैं। विपक्ष भी एकजुट होकर इसका सामना करने की तैयारी कर रहा है
एक दिन पहले मंगलवार को सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक में डिप्टी स्पीकर को हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्णय के साथ संसद में नेपाली कांग्रेस और एमाले पार्टी के सांसदों ने डिप्टी स्पीकर से इस्तीफे की मांग की। इस पर न सिर्फ इंदिरा राना मगर की राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने विरोध किया बल्कि उनके बचाव में माओवादी और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने भी सत्तारूढ़ दल पर सवाल खड़े किए। सत्तारूढ़ दल ने इस्तीफा न देने पर महाभियोग की चेतावनी दी थी।
एमाले पार्टी के प्रमुख सचेतक महेश बरतौला ने कहा कि महाभियोग के लिए जरूरी समर्थन हासिल कर लिया गया है। जो सांसद काठमांडू में नहीं हैं, उन्हें तत्काल पहुंचने को कहा गया है।
सत्तारूढ़ दल नेपाली कांग्रेस के सांसद एन पी साउद ने कहा कि आज किसी भी समय महाभियोग प्रस्ताव लाया जाया जा सकता है। इसी बीच काठमांडू लौटे राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष रवि लामिछा ने बुधवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात कर अपने पार्टी के नेता को डिप्टी स्पीकर पद से हटाने के कारणों के बारे में पूछा। इस मुलाकात के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया गया है।