पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि हिमाचल सरकार ने दो अच्छे निर्णय किये है। भांग की खेती के सम्बंध में निर्णय अच्छा है। परन्तु बहुत अधिक सावधानी करनी होगी। प्राईवेट विश्व विद्यालयाओं के सम्बंध में अच्छा निर्णय किया है।
शान्ता कुमार ने शनिवार काे एक बयान में कहा कि भांग की खेती के सम्बंध में बधाई के साथ साथ बहुत अधिक सावधानी रखने की सलाह भी दी है। हिमाचल प्रदेश नशे के प्रकोप में पहले ही बहुत डूबा हुआ है। प्रदेश की जवानी त्रस्त हो रही है। भांग की खेती के सम्बंध में यदि सब प्रकार की चैकसी न बरती गई तो इसके कारण नशे का प्रकोप और बढ़ सकता है।
शान्ता कुमार ने कहा कि जनसंख्या के हिसाब में पूरे भारत में हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक विश्व विद्यालय है। एक जिला में तीन विश्व विद्यालय है। दुर्भाग्य से कुछ प्राईवेट विश्व विद्यालय कई बार केवल डिग्री बेचने वाली दुकानाें की तरह काम करते है। कुछ वर्श पहले बड़ी महत्वपूर्ण जांच चली थी और यह सिद्ध हो गया था कि एक विश्व विद्यालय ने पूरे भारत में 47 हजार फर्जी डिग्रीयां करोड़ों रू0 में बेची है। उन फर्जी डिग्रीयां से बहुत से लोग ऊच्चे पदों पर पहुंच गये है। कई वर्श तक जांच चलती रही। अब जांच की खबर आना भी बन्द हो गई है, हो सकता है करोड़ाें रू0 की कमाई ने जांच को भी प्रभावित कर दिया हो। परन्तु फर्जी डिग्री के मामले में पूरे भारत में हिमाचल प्रदेश बदनाम हो गया था। इसलिए निजि विश्व विद्यालयओं के सम्बंध में सरकार का निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी निवेदन किया है कि 47 हजार डिग्रीयां बेचने वाले विश्व विद्यालय के सम्बंध में कोई कार्यवाही क्यों नही हो रही है।