डीग जिले के कामां थाना इलाके के भुड़ाका गांव में कुछ लोगों ने घर में सो रही मां-बेटी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। बेटी की मौके पर ही मौत हो गई और महिला ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुरानी रंजिश को लेकर इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया। फिलहाल दोनों शव अस्पताल की माेर्चरी में रखे हुए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
पुलिस के अनुसार भौता देवी (35) करीब तीन महीने पहले ही अपने जेठ की हत्या के मामले में जेल से बेल पर बाहर आई थी। वह अपनी बेटी के साथ गांव में रहती थी। भौता देवी के पति का निधन लंबी बीमारी के चलते 2014 में हो गया था। मंगलवार को देर रात भौता देवी और उसकी बेटी नेहा (17) घर में अकेले सो रहे थे। तभी रात करीब 10.30 बजे कुछ लोग भौता देवी के घर में घुसे और लाठी, डंडे और धारदार हथियारों से दोनों पर हमला कर दिया।
भौता देवी हमले के दौरान जोरों से चिल्लाई तो, हमलावर उसे घायल हालत में छोड़कर फरार हो गए। भौता देवी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। भौता देवी हमले के दौरान जोरों से चिल्लाई तो, हमलावर उसे घायल हालत में छोड़कर फरार हो गए। भौता देवी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इस जानलेवा हमले में नेहा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। भौता देवी के चिल्लाने के बाद आसपास के लोग उसके घर पहुंचे। इसके बाद उसे अस्पताल लेकर जाया गया। जहां इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को कामां अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। भौता देवी के पति प्रहलाद गुर्जर का निधन 2014 में हो गया था। पति की मौत के बाद से भौता देवी अपने भाई के साले भूपेंद्र निवासी भैंसेड़ा थाना कामां के साथ अवैध संबंध बन गए। भौता अपने प्रेमी भूपेंद्र गुर्जर को चोरी छिपे अपने घर बुलाया करती थी।
भौता देवी के जेठ घनश्याम गुर्जर का घर उसके सामने ही था। घनश्याम जब भूपेंद्र गुर्जर को भौता के घर आता जाता देखता तो, वह भूपेंद्र को टोकता था। इससे परेशान होकर भौता देवी ने अपने भाई के साले भूपेंद्र गुर्जर के साथ षड़यंत्र रचकर अपने ही जेठ घनश्याम गुर्जर की 11 जुलाई 2023 को धारदार हथियार से हत्या करवा दी। मृतक घनश्याम गुर्जर का शव खेतों में पड़ा मिला था। घटना की एफआईआर मृतक घनश्याम गुर्जर के बेटे तेज सिंह ने कामां थाने में दर्ज करवाई थी। तत्कालीन डीएसपी प्रदीप यादव ने मामले की जांच की और हत्या में शामिल भौता देवी गुर्जर को 17 जुलाई 2023 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तीन महीने जेल में रहने के बाद भौता देवी की जमानत हो गई थी।