पंजाब के किसान संगठनों ने चंडीगढ़ में डेरा डाल लिया। किसानों ने सोमवार दोपहर दो बजे से शुरू होने जा रहे पंजाब विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। जिसे देखते चंडीगढ़ में ट्रेफिक रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं और कई सेक्टरों में चल रहे निजी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी गई है।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले किसान रविवार रात ही चंडीगढ़ के बीचोंबीच स्थित सेक्टर-34 के मैदान में एकत्र हो गए। चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा धरना व रैलियों के लिए सेक्टर-25 का मैदान चिन्हित किया गया है। इसके बावजूद सेक्टर-34 में किसानों के पहुंचने से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। सेक्टर 34 में पासपोर्ट कार्यालय के अलावा कई देशों की दूतावास के क्षेत्रीय दफ्तर तथा निजी क्षेत्र के कोचिंग सेंटर हैं। किसानों के सेक्टर 34 के मैदान में जमा होने से शहर के बीचोंबीच बसे सेक्टरों में आज सुबह से ही अफरातफरी का माहौन बन गया।
किसानों के कूच को देखते हुए चंडीगढ़ तथा पंजाब की पुलिस को तैनात किया गया है। प्रशासन ने केवल 11 किसानों को विधानसभा जाने की अनुमति दी है। किसान ट्रैक्टरों पर मार्च करते हुए भारी संख्या में विधानसभा जाने पर अड़े हुए हैं। इससे पहले बीकेयू एकता उगराहां के विधानसभा की तरफ से निकाले जाने वाले मार्च को रोकने के लिए प्रशासन व यूनियन के नेताओं की बैठक करीब 3 घंटे तक चली लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। प्रशासन की कोशिश थी कि यह मार्च न हो। इसके लिए आज दोबारा मीटिंग के आसार हैं।