मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मदर टेरेसा (सेंट टेरेसा ऑफ़ कलकत्ता) की जयंती के अवसर पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने ट्वीट में मदर टेरेसा को शांति, भाईचारे और मानवता की सेवा का प्रतीक बताया।
ममता बनर्जी ने लिखा, “जहां भी जाओ, प्रेम फैलाओ…” उन्होंने मदर टेरेसा के साथ मुलाकात और उनके साथ काम करने को अपने जीवन का सौभाग्य बताते हुए कहा कि मदर टेरेसा का जीवन निस्वार्थ सेवा और करुणा का प्रतीक रहा है। सोमवार की सुबह अपने एक ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि मदर टेरेसा ने दुनिया को प्रेम, शांति और सेवा का संदेश दिया, जो आज भी हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
ममता बनर्जी ने इस अवसर पर समाज में प्रेम और सेवा की भावना को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने मदर टेरेसा के आदर्शों पर चलते हुए समाज में भाईचारे और शांति के प्रसार की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन, 26 अगस्त 1910 को जन्मीं मदर टेरेसा, को रोमन कैथोलिक चर्च द्वारा कलकत्ता की संत टेरेसा के नाम से नवाज़ा गया है। उनका जन्म आन्येज़े गोंजा बोयाजियू के नाम से एक अल्बेनीयाई परिवार में उस्कुब, उस्मान साम्राज्य (वर्त्तमान सोप्जे, मेसेडोनिया गणराज्य) में हुआ था। मदर टेरसा रोमन कैथोलिक नन थीं, जिन्होंने 1948 में स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता ले ली थी। इन्होंने 1950 में कोलकाता में मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की। 45 सालों तक गरीब, बीमार, अनाथ और बेसहारा हुए लोगों की इन्होंने मदद की और साथ ही मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के प्रसार का भी मार्ग प्रशस्त किया।